सामुदायिक भवन पर से भी दिनेश टण्डन का नाम गायब करके लिखा गया वर्तमान अध्यक्ष का नाम
जौनपुर। कलेक्ट्रेट परिसर से सटे नई कालोनी में बसपा शासनकाल में स्थापित किया गया कांशीराम सामुदायिक भवन पर से भी पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष का नाम गयाब करके वर्तमान अध्यक्ष का नाम चस्पा कर दिया गया। लगातार पुराने अध्यक्ष के कार्यकाल में निर्माण हुए भवनों से पूर्व चेयरमैन का हटाकर नए अध्यक्ष का नाम लिखे जाने से विपक्षी पार्टियों के नेता नाखुश है ही साथ में बीजेपी के लोग भी दबी जुबान इसकी निदा कर रहे हैं।
इससे पूर्व दिनेश टण्डन के कार्यकाल में नगर बनाये गए अत्याधुनिक शौचालयों पर से पूर्व अध्यक्ष का नाम हटाकर वर्तमान चेयरमैन मनोरमा मौर्या का नाम लिखा गया था , इस ख़बर को शिराज़ ए हिन्द डॉट कॉम ने प्रमुखता से प्रसारित किया तो नगर पालिका प्रशासन ने आनन फानन में पुनः दिनेश टण्डन का नाम लिखवा दिया। अभी यह मामला ठंडा भी नही हुआ था उसी बीच कांशीराम सामुदायिक भवन पर चेयरमैन का नाम बदलने का मामला तेजी से सोशल मीडिया में वायरल होने लगा।
कांशीराम सामुदायिक भवन वर्ष 2010 में बहुजन समाज पार्टी की सरकार के दौरान तत्कालीन नगरपालिका अध्यक्ष दिनेश टण्टन के कार्यकाल में निर्मित कराया गया था। उस समय भवन के शिलालेख पर अध्यक्ष दिनेश टण्टन का नाम भी अंकित किया गया था।
हाल ही में इस भवन पर से तत्कालीन चेयरमैन दिनेश टंडन का नाम हटाकर वर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष मनोरमा मौर्य का नाम अंकित कर दिया गया है, जिससे नगरवासियों के बीच चर्चाओ का माहौल गर्म हो गया है। राजनीतिक गलियारों में इसे एक तरह से पूर्व की सरकार और उसके कार्यों को मिटाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
इस संदर्भ में जब पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष दिनेश टण्डन ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, "यह कोई नई बात नहीं है। इस तरह के कार्य पहले भी किए गए हैं। यह गंदी सोच और गंदे राजनीति की मिसाल है। यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। यह पूरी तरह अशोभनीय कृत्य है।
सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या कोई नई योजना या पुनर्निर्माण कार्य हुआ है, जिसके तहत यह बदलाव किया गया है, या फिर यह केवल राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश है?
नगरपालिका प्रशासन की ओर से इस बदलाव के पीछे कोई आधिकारिक बयान अब तक सामने नहीं आया है।
विकास किया है तब नाम लगा है
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