सपा का जिला संगठन फिर साबित हुआ फिसड्डी, नही जुटे सांसद विधायक और रसूखदार नेता
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बाबा भीमराव अम्बेडकर की जयंती बड़े पैमाने पर धूमधाम से मनाने का निर्देश दिया था। उनका साफ आदेश था कि यह कार्यक्रम पार्टी के कार्यालयों या सार्वजनिक स्थानों पर भव्य आयोजन करके अम्बेडकर जी के बारे चर्चा करते हुए उन्हे श्रध्दासुमन अर्पित किया जाय। यह निर्देश 8 अप्रैल को ही आ गया था। छह दिन पूर्व आये पार्टी के आदेश के बाद भी जिला संगठन राष्ट्रीय अध्यक्ष की मंशा पूरी करने नाकाम साबित हुआ। जिलाध्यक्ष, महासचिव, समेत बामुश्किल दो दर्जन कार्यकर्ता दीवानी न्यायालय तिराहे के पास स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करके अपनी श्रध्दासुमन अर्पित किया।
नही पहुंचे सांसद, विधायक और स्थानीय निकाय के प्रतिनिधि
जिले के दो सपा के सांसद, जौनपुर के सांसद बाबू सिंह कुशवाहा, मछलीशहर से प्रिया सरोज , चार विधायक मुंगराबादशाहपुर से पंकज पटेल, मछलीशहर से रागिनी सोनकर, मल्हनी से लकी यादव और केराकत से तुफानी सरोज समेत कई स्थानीय निकाय के उच्च पदो पर आसिन है। इसके अलावा पूर्व मंत्री शैलेन्द्र यादव ललई भी इस कार्यक्रम से दूरी बनाया रखा।
शीर्ष नेतृत्व के आदेश के बाद भी पार्टी सांसद, विधायक और रसुखदार सपा नेताओं का दूरी बनाने से साफ संकेत मिल रहा है कि जिला संगठन नेताओं कार्यकर्ताओें में तालमेल बैठाने में पूरी तरह से फेल है।
यदि यही हाल रहा तो समाजवादी पार्टी मिशन 2027 और पीडीए का फॉमूला केवल सपनों तक ही सीमित रह जायेगा।