भू—माफियाओं से मोटी रकम लेकर किसानों को नुकसान पहुंचा रहे लेखपाल: वकार हुसैन
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जौनपुर। यद्यपि सरकार द्वारा भ्रष्टाचार की रोकथाम के अनेकों उपाय किये जा रहे हैं, दफ्तरों में सीसी कैमरे और एंटी करप्शन विभाग की स्थापना इसी उद्देश्य से की गई है परन्तु भ्रष्टाचारी इस कहावत को चरितार्थ करते नजर आ रहे है कि "तू डाल डाल तो मैं पात पात"। दफ्तरों के बाबू और अधिकारी किसी पकड़ से बचने के लिये दफ्तरों से बाहर या किसी दलाल के माध्यम से धनउगाही कर रहे हैं।इस संबंध में भ्रष्टाचार के मुखर विरोधी, रिमूव करप्शन मिशन के संचालक एवं हिंदुस्तान मानवाधिकार के राष्ट्रीय महासचिव वकार हुसैन ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पंचायती राज्यमंत्री और जौनपुर के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर ब्यूरोक्रेसी में व्याप्त भ्रष्टाचार, विशेषकर राजस्व विभाग की शिकायत की है। उन्होंने लिखा कि चकबन्दी विभाग भूमि सुधार और व्यवस्था के नाम पर केवल किसानों का शोषण कर रहा है जबकि किसानों की शिकायतों को अनसुनी कर दिया जाता है।
उनके अनुसार सरकार ने किसानों की सुविधा भूमि व्यवस्था और सही हिस्साकशी के उद्देश्य से जिस "रियल टाइम खतौनी" योजना की व्यवस्था की, उसमें व्यापक भ्रष्टाचार के कारण गलतियां की जा रही है। अव्वल तो सारा कार्य कार्यालय के ऐसे बंद कमरों में किया जाता है जहां केवल राजस्व कर्मियों के दलाल पहुंच सकते हैं। यदि कोई काश्तकार अपनी समस्या के लिए उन्हें फोन करता है तो उसे कभी रिसीव भी नहीं किया जाता है। चिन्ता यह है कि लेखपालों ने अवैध वसूली के उद्देश्य से एक सहायक और दल बना रखा है।
इसी क्रम में सूचना प्राप्त हुई है कि जौनपुर के ग्रामसभा चकमाहन सिकरारा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम सुल्तानपुर दरवेश अली जो नगर पालिका जौनपुर की सीमा से सटा हुआ है, में बड़े पैमाने पर गलतियां की जा रही हैं। कारण यह है कि इस के निकट से "हाइवे" गुजर रहा है और इसी वजह से दर्जनों प्लाटर और भू—माफिया सरकार और खरीददारों को चूना लगा रहे हैं। यही कारण है कि भू—माफियाओं से मोटी रकम लेकर उक्त क्षेत्र के लेखपाल गरीब किसानों को नुकसान पहुंचा रहे है और गलत हिस्साकशी कर रहे हैं। ऐसे भ्रष्ट राजस्व कर्मियों/लेखपालों और अवैध प्लाटरों एवं भू—माफियाओं पर कार्रवाई होनी चाहिये।