शिक्षक समस्याओं के निराकरण के लिए सिर्फ संघर्ष एक मात्र विकल्प : अरविंद
14 सूत्रीय मांगों को लेकर 1 मई को देंगे बीएसए कार्यालय पर शिक्षक धरना
जौनपुर । शिक्षकों की लंबित समस्याओं एवं मांगो को लेकर प्रदेश कार्यसमिति के निर्णयोपरांत उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ बीएसए कार्यालय पर 1 मई 2025 को धरना प्रदर्शन करेगा और इन समस्याओं के अविलंब निराकरण हेतु जिलाधिकारी जौनपुर के माध्यम से उसी दिन माननीय मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भी भेजेगा । उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जौनपुर के जिला अध्यक्ष अरविंद शुक्ला ने बताया कि इससे संबंधित उपर्युक्त विषयक सूचना आज जिला प्रशासन को दे दी गई है ।
जिसमें 01 मई 2025 को प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय की भांति जौनपुर के जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय पर 10 बजे से 2 बजे तक शिक्षकों द्वारा अवकाश लेकर धरना दिया जाएगा ।
बेसिक शिक्षकों के 14 सूत्रीय मांगों में मुख्य रूप से 2004 के बाद नियुक्त सभी शिक्षकों की पुरानी पेंशन की बहाली , मेमोरेंडम के बावजूद 2004 विशिष्ट बीटीसी बैच एवं बीटीसी शिक्षकों को पुरानी पेंशन की बहाली , वर्षों से लंबित पदोन्नति की प्रक्रिया को शीघ्र संपादित करना, सभी प्रकार के अंतर्जनपदीय एवं अंतः जनपदीय स्थानांतरण , सभी शिक्षकों के लिए सामूहिक बीमा 10 लाख करना , विद्यालय संचालन अवधि टाइम एवं मोशन के अनुसार ग्रीष्म कालीन प्रातः 7:00 बजे से 12:00 तक
कार्यअवधि ( 5 घंटे किया जाना) , विकलांग शिक्षको हेतु दिव्यांग वाहन भत्ता हेतु आदेश निर्गत करना आदि मांगे शामिल है।
जिलाध्यक्ष अरविंद शुक्ल ने कहा कि शिक्षकों की समस्याएं काफी दिनों से लंबित है, जिसका निराकरण न होने से शिक्षक आक्रोशित है । इसको लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ के पास संघर्ष के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है । शिक्षकों ने आगामी 1 मई को बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया है ।
जिला मंत्री रवि चंद्र यादव ने कहा कि 1 मई 2025 को सभी ब्लॉकों के शिक्षक पदाधिकारी अपने ब्लॉक के बैनर के साथ सैकड़ों की संख्या में धरना में शामिल होकर अपनी आवाज को बुलंद करें।
कोषाध्यक्ष रामदुलार ने कहा कि शिक्षकों के हित में संघर्ष जारी रहेगा जब तक कि मांगे नहीं मानी जाती है। शिक्षको के प्रति सरकार अपनी हठधर्मिता छोड़े।
इस अवसर पर समस्त परिषदीय शिक्षकों से अपील की गई कि वे अपनी मांगों के लिए अधिक से अधिक संख्या में अवकाश लेकर धरना में पहुंचे ।