जौनपुर। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत नमामि गंगे कार्यक्रम एवं जिला गंगा समिति, जौनपुर के सहयोग से मोहम्मद हसन पी.जी. कॉलेज में गंगा स्वच्छता पखवाड़ा के अवसर पर विविध जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत NSS (राष्ट्रीय सेवा योजना) के स्वयंसेवकों द्वारा प्रातः 8:30 बजे विसर्जन घाट, जौनपुर की सफाई से हुई। इस स्वच्छता अभियान में छात्रों ने घाटों एवं नदियों की सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। इसके पश्चात कॉलेज परिसर में रंगोली, निबंध एवं पेंटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने अपनी रचनात्मकता से गंगा स्वच्छता के महत्व को दर्शाया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कॉलेज के प्राचार्य डॉ० अब्दुल कादिर खां ने जल संरक्षण पर जोर देते हुए कहा, "गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर है। जल संसाधनों के अंधाधुंध दोहन से भविष्य में गंभीर संकट उत्पन्न हो सकता है, अतः हमें जल संरक्षण की दिशा में सार्थक प्रयास करने चाहिए।"
मुख्य अतिथि, क्षेत्रीय वन अधिकारी शालिनी चौरसिया ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा, "हालांकि पृथ्वी का 75% भाग जल से घिरा है, फिर भी पीने योग्य जल की मात्रा बहुत सीमित है। यदि हमने जल संरक्षण पर अभी ध्यान नहीं दिया, तो आने वाली पीढ़ियों को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।"
प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र:
निबंध प्रतियोगिता:
प्रथम स्थान – वैशाली गुप्ता
द्वितीय स्थान – रिचा त्रिवेदी
तृतीय स्थान – सुजीत प्रजापति
रंगोली प्रतियोगिता:
प्रथम स्थान – प्रीति राव
द्वितीय स्थान – रोहिनी मौर्य
तृतीय स्थान – उजाला प्रजापति
कार्यक्रम में जिला परियोजना अधिकारी सोनाली सिंह, सहायक क्षेत्र अधिकारी देवेश कुमार सिंह, वन दरोगा राजेंद्र प्रसाद यादव सहित कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव ने किया, जबकि NSS के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राकेश कुमार बिंद, डॉ. निलेश कुमार सिंह, डॉ. अमित कुमार, अहमद अब्बास, राजन पांडे एवं अंशुमान शाह सहित कई स्वयंसेवकों ने आयोजन को सफल बनाया।
"स्वच्छ गंगा – स्वस्थ भविष्य" के संकल्प के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों एवं अतिथियों ने गंगा स्वच्छता की शपथ ली।
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