जौनपुर महोत्सव में नहीं गूंजेगी 'इ जौनपुर हुजूर, सबसे निराला' की धुन
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जनपद के इतिहास पर गीत गाने वाले रविन्द्र ज्योति किये गये नजरअंदाज
जौनपुर। तीन दिवसीय जौनपुर महोत्सव बीते 10 मार्च से शुरू हो गया है जिसका समापन 12 मार्च होगा। महोत्सव को लेकर सामाजिक संदेश देने के उद्देश्य से जहां शासन द्वारा सरकारी धन जारी किया गया, वहीं प्रशासन भी पूरी मुश्तैदी से लगा हुआ है। धरातल पर तो कम मगर सोशल मीडिया के माध्यम से इसका प्रचार—प्रसार भी खूब तेजी से किया गया है लेकिन शासन के मंशानुरूप होने वाले इस महोत्सव पर कुछ धब्बे भी लगते नजर आ रहे हैं।बता दें कि जौनपुर महोत्सव में जहां स्थानीय कलाकारों से लेकर बाहरी तक को भी आमंत्रित किया गया है, वहीं इस बार के महोत्सव में कुछ ऐसे प्रश्न खड़े हो गये हैं जो आने वाले दिनों में इतिहास बनने जा रहे हैं। जी हां, भले ही जौनपुर महोत्सव में स्थानीय कलाकारों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से आमंत्रित किया गया हो लेकिन जौनपुर के इतिहास से सम्बन्धित गीत 'इ जौनपुर हुजूर, सबसे निराला' की गूंज नहीं सुनायी देगी, क्योंकि इस गीत के गायक 'रविन्द्र सिंह ज्योति' को आमंत्रित ही नहीं किया गया है।
बताते चलें कि लोक एवं देवी गीत गायक श्री ज्योति जौनपुर ही नहीं, बल्कि पूर्वांचल के बाहर प्रदेश सहित देश के तमाम प्रान्तों में जौनपुर का मस्तष्क ऊंचा किये हैं। श्री सिंह ने 'इ जौनपुर हुजूर, सबसे निराला' नामक गीत के माध्यम से अपने जौनपुर को विश्व पटल पर एक अलग पहचान बना दिया है जिनके हर एक बोल में जौनपुर के इतिहास, धरोहर, आधुनिक सभ्यता को दर्शाया गया है। आश्चर्य इस बात की है कि जौनपुर महोत्सव को लेकर जहां शासन—प्रशासन पूरी तरह से जौनपुर को प्रदेश स्तर पर लाने का प्रयास कर रहा है, वहीं जौनपुर के देश प्रसिद्ध गायक को नजरअंदाज किया गया है जो इस समय जौनपुर से बाहर जनपदों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
रविन्द्र सिंह ज्योति ने क्या कहा
जौनपुर। जौनपुर महोत्सव में आमंत्रित न करने के बाबत पूछे जाने पर रविन्द्र सिंह ज्योति ने बताया कि उन्हें न किसी जिम्मेदार अधिकारी का फोन आया है और न ही महोत्सव से सम्बन्धित किसी से बात हुई है। यह बात अलग है कि जौनपुर महोत्सव के स्थानीय कलाकारों की सूची में मेरा नाम लिखा है। वह भी एक नहीं, बल्कि दो—दो जगह लिखा है। अब सवाल यह उठता है कि सूची में दो जगह नाम का क्या मतलब है? एक ही व्यक्ति का नाम दो जगह देने में सूची बनाने वाले की गलती है या उसका अवलोकन करने वाले की। फिलहाल बिना मेरी स्वीकृति के महोत्सव के स्थानीय कलाकारों की सूची में मेरा नाम दिया जाना गलत है।
सम्बन्धित से जानकारी का प्रयास रहा असफल
जौनपुर। इस बाबत जानकारी लेने के लिये कई सम्बन्धित लोगों से सम्पर्क करने का प्रयास असफ