शासन प्रशासन के लाख कोशिश के बाद भी जिला अस्पताल के डाक्टर मरीजों का चुस रहे है खून
लाइनबाजार की निवासी ममता चौरसिया को सरवाईकल की शिकायत है वे आज अपने पति संजय चौरसिया के साथ जिला अस्पताल गयी थी। उसने काउंटर से पर्चा बनवाने के बाद कक्ष सख्या 17 में मौजूद डाक्टर से चेकअप करवायी। डाक्टर ने जांच पड़ताल के बाद कुछ दवाएं अस्पताल का लिखा तथा दो दवाएं बाहर का लिखा। बाहर की दवा खरीदवाने के लिए अपने एक करिंदे को मरीज के पति के साथ भेजा। संजय को संदेह हुआ तो उसने अपने मोबाईल फोन की वीडियों रिकार्डिगं आन करके डाक्टर के खास आदमी के साथ मेडिकल स्टोर की तरफ बढ़ गया डाक्टर का पालतू नवयुवक संजय को महिला अस्पताल गेट से लेकर मेन पर स्थित जमुना मेडिकल स्टोर पर पहुंचा जहां उसने ही पर्चा मेडिकल स्टोर पर दिया और दवा लिया उसने अपने हाथ दवा पर रात को व सूबह शाम खाने वाली दवाओं पर लिखा। इन दोनो दवाओ की कीमत पांच सौ 23 रूपये संजय चौरसिया ने पेमेंट किया। उसके बाद अस्पताल के एक कर्मचारी ने संजय को बताया कि यह दवा अस्पताल के अंदर प्रधानमंत्री जन औसधि केन्द्र पर उपलब्ध है। संजय वहां जाकर पता किया कि जो दवाएं उसने मेडिकल स्टोर से पांच सौ 23 रूपये में खरीदा है वह यहां पर मात्र दो सौ रूपये में मिल रहा है। उसके बाद संजय ने जमुना मेडिकल स्टोस से खरीदी गयी दवाओं को वापस करके प्रधानमंत्री जन औसधि केन्द्र से खरीदा।
अब आप इसी से अंदाजा लगा सकते है कि जिला अस्पताल के डाक्टर किस तरह से मरीजों व तिमारदारों का खून चूस रहे है।
सब अपने स्तर पर लूट रहे है,,,,, हर विभाग का यही हाल है
जवाब देंहटाएंSadar hospital se acha siddiqpur hospital hai waha k doctor aise nhi hai
जवाब देंहटाएंSiddiqpur hospital me bahar ki jach bahar ki dwa bahot km likhi jati hai
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