विवेकानंद जी ने विदेश में भारत का डंका बजाया : एडीएम
जौनपुर । स्वामी विवेकानंद जी का जीवन काल बहुत छोटा रहा हैं परन्तु इस छोटे जीवन काल में उन्होंने संपूर्ण जीवन जी लिया और उन्होंने इस देश समाज, धर्म को बहुत कुछ दिया और भारत का नाम विश्व में रोशन किया उक्त विचार जौनपुर के अपर जिलाधिकारी अजय अंबष्ट ने आज नगर में स्वामी विवेकानंद जयंती पर विवेकानंद पार्क सिपाह ख्वाजा दोस्त में मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कायस्थ्य समाज द्वारा आयोजित "स्वामी विवेकानंद एक आदर्श विचार" गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि के रूप मे बोल रहे थे।
उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम लोग ऐसे वर्ग में पैदा हुए हैं। जहां शिक्षा ही हम लोगों का मूल प्रोफेशन है। विवेकानंद जी ने विदेश में भी अपना डंका बजाया जब भारत को लोग हेय की दृष्टि से देखते थे।ऐसे समय में स्वामी विवेकानंद जी अमेरिका के शिकागो शहर गए थे।जहां उन्होंने मौका मिलने पर जीरो पर लंबा चौड़ा भाषण दिया।उस कार्यक्रम के बाद बिदेशो में भी भारत की एक अलग पहचान बनी और अमेरिका में भी लोग भारत की सभ्यता को अपनाने लगे और उसके बाद स्वामी विवेकानंद जी के अनेकों फॉलोवर्स हो गए। चित्रगुप्त पूजन महासमिति जौनपुर के संस्थापक अध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव साधु, राजेश श्रीवास्तव बच्चा भईया एडवोकेट सुरेश अस्थाना मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शो पर चलने की जरूरत है।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के जिलाध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव एडवोकेट एवं राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के जिला अध्यक्ष गिरिजेश श्रीवास्तव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी की पूजा सर्वधर्म समभाव से लोग करते है। ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के जिला अध्यक्ष डॉ उमाकांत श्रीवास्तव प्रिंसिपल,अखिल भारतीय चित्रांश महासभा के जिलाध्यक्ष दयाल सरन श्रीवास्तव,कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय के जिलाध्यक्ष अजय वर्मा अज्जू ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी की रुचि अध्ययन साहित्य दर्शन में विशेष रुचि रही । राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव राष्ट्रीय प्रवक्ता विश्व प्रकाश श्रीवास्तव दीपक पत्रकार चित्रगुप्त सभा के महामंत्री श्यामलकांत श्रीवास्तव ने कहा कि उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को एक सामान्य परिवार में हुआ था और मेहनत से आगे बढ़ कर नाम रोशन किया। मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी अजय अंबष्ट जी को भाजपा सभासद नंदलाल यादव एवं बच्चा भईया एडवोकेट ने अंगवस्त्र स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
उक्त अवसर पर उमेश श्रीवास्तव फूफा चंद्रमोहन श्रीवास्तव, प्रदीप श्रीवास्तव प्रिंसिपल, आशीष श्रीवास्तव एडवोकेट, संतोष श्रीवास्तव सोनू, गौरव श्रीवास्तव राजा , राजेश किशोर श्रीवास्तव आतिश श्रीवास्तव संजीव श्रीवास्तव , अतुल श्रीवास्तव एडवोकेट बजरंग प्रसाद श्रीवास्तव,दयाशंकर निगम, रूपेश श्रीवास्तव अवनीश श्रीवास्तव डॉ संजय श्रीवास्तव डॉ निलेश श्रीवास्तव डॉ विवेक श्रीवास्तव डॉ मिथलेश श्रीवास्तव रितेश श्रीवास्तव शिखर कांत श्रीवास्तव अनुपम श्रीवास्तव गौरव श्रीवास्तव गणतंत्र श्रीवास्तव ओमकार श्रीवास्तव, राकेश श्रीवास्तव अतुल श्रीवास्तव संत कुमार श्रीवास्तव शिव शंकर श्रीवास्तव एडवोकेट अरुण वर्मा धर्मेंद्र श्रीवास्तव संदीप श्रीवास्तव पत्रकार आशीष श्रीवास्तव एडवोकेट, रोहित श्रीवास्तव मुन्ना श्रीवास्तव अमर श्रीवास्तव सोनू श्रीवास्तव, संतोष श्रीवास्तव विजय श्रीवास्तव आदि सैकड़ों लोगों ने स्वामी विवेकानंद जी मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित किया।