स्वार्थ नहीं, बल्कि परमार्थ के लिये जीने का उद्देश्य बनाना चाहिये: प्राचार्या
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जौनपुर जीनियस प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण समारोह सम्पन्न
आज की युवा पीढ़ी मोबाइल में गुम होती जा रही: अवकाशप्राप्त जेलरजौनपुर। राष्ट्रीय युवा दिवस पर साइबर इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित युवाओं के लिये आयोजित की गयी जौनपुर जीनियस प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण कार्यक्रम देश के भविष्य इन छात्र—छात्राओं को एक प्रेरणा देने का कार्य करेगा। उक्त बातें रविवार को टीडी महिला महाविद्यालय की प्राचार्या वन्दना सिंह ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कही। साथ ही आगे कहा कि छात्रों को अपने स्वार्थ के लिये नहीं, बल्कि परमार्थ के लिये जीने का उद्देश्य बनाना चाहिये। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अवकाशप्राप्त जेलर नागेन्द्र नाथ पाठक ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी मोबाइल में गुम होती जा रही है। ऐसे में जौनपुर जीनियस जैसी प्रतियोगिता निश्चित ही आपको भविष्य की राह बनाने में सहायता करेगी। विशिष्ट अतिथि आरएस यादव ने कहा कि साइबर इंस्टिट्यूट लगातार छात्रों को इस प्रकार के मंच देने का कार्य कर रहा है जो अत्यन्त सराहनीय है। साइबर के पूर्व टीचिंग स्टॉफ व साइबर महारत्न से सम्मानित पूर्वांचल विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रो. डॉ राजेश कुमार ने कहा कि टेक्निकल नोलेज जो लाइफ मैं एप्लीकेबल होता है और हिंदी, इतिहास, भूगोल आदि को हम प्रैक्टिकली लाइफ मैं यूज नहीं कर सकते, अपनी डेली लाइफ मैं लेकिन कंप्यूटर के नॉलेज को प्रैक्टिकली लाइफ मैं यूज करके उसे अपने करियर मैं यूज कर सकते हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत साइबर के पूर्व छात्र व साइबर महारत्न से सम्मानित दिनेश यादव ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम मुझे देख करके उस समय की याद आ रही है जब विनोद जी ने साइबर इंस्टीट्यूट और जौनपुर में इस तरह की प्रतियोगिता उनके दिमाग की उपज थी। राजीव जी को मैं धन्यवाद दे रहा हूं, इसलिए कि उन्होंने इस परंपरा को कायम रखा है और विनोद जी ने जो सपना देखा था, कहीं न कहीं ये उसको साकार कर रहे हैं। साइबर महारत्न से सम्मानित पूर्व छात्र व आयकर विभाग में कार्यरत आरिफ़ अंसारी ने कहा कि साइबर इंस्टीट्यूट में कम्प्यूटर की शिक्षा के साथ लोगों को पर्सनलटी डेवलपमेंट, इंग्लिश स्पीकिंग और कंपीटिशन की तैयारी की भी कोचिंग्स चलायी जाती हैं। ये सारी चीजें तो आपको हर जगह मिल जायेंगी लेकिन जो सबसे बढ़िया बात है, वह यह है कि यहां का जो अनुशासन है जो डिसिप्लिन है। अगर आप इसमें ढल गय तो यकीन दिलाता हूं कि कहीं न कहीं आप कामयाब होकर ही रहेंगे। आज यह जो जौनपुर जीनियस वाली प्रतियोगिता हुई है। यह तो बस एक छोटा सा ट्रेलर है। प्रतियोगी एग्जाम का की किस तरह के क्वेश्चन एग्जाम में पूछे जाते हैं। संस्था के प्रबंधक राजीव पाठक ने बताया कि जौनपुर जीनियस प्रतियोगिता का मंच साइबर इंस्टिट्यूट के संस्थापक स्व. विनोद गुप्ता की दूरदर्शी सोच का परिणाम है। साइबर इंस्टिट्यूट निरन्तर छात्रों को इस प्रकार के मंच देने के लिये प्रतिबद्ध है, क्योंकि छात्रों की तरक्की ही साइबर का उद्देश्य है। इसके पहले जौनपुर जीनियस परीक्षा के प्रथम चरण में पहला स्थान प्राप्त करने वाले विभिन्न विद्यालयों के 20 प्रतिभागियों के बीच द्वितीय राउंड की प्रतियोगिता मौखिक प्रश्नोत्तरी व ऑडियो विसुअल राउण्ड द्वारा करायी गयी। जौनपुर ए टीम के सीनियर बॉय कैटेगरी के राजेश बंसल ने सर्वाधिक अंक प्राप्त करते हुये जौनपुर जीनियस 2024 का टाइटल पुरस्कार अपने नाम कर लिया। इस दौरान सभी विद्यालयों के विभिन्न कैटेगरी के प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र/छात्राओं को कॉलेज टॉपर का पुरस्कार अतिथियों ने दिया। इस अवसर पर राजेश मौर्य, मंगल चौहान, अनुज पटेल, अंजली गौड़, रश्मि पाठक सहित संस्था के सभी छात्र—छात्राएं उपस्थित रहे।