स्कूली बच्चों का प्रदर्शन साहब को लगा नागवार, पकड़ा दिया नोटिस
नगर पंचायत प्रशासन के रवैये को लेकर स्कूली छात्रों तथा मोहल्ले वासियों में आक्रोश। समस्या के निदान के बजाय नोटिस देकर मानसिक उत्पीड़न के प्रयास का आरोप।
जफराबाद (जौनपुर) नगर पंचायत के ताड़तला मोहल्ले में बीते 10 महीने से जल निकासी की व्यवस्था न होने की वजह से काली प्रसाद इंटर कॉलेज के पास मुख्य मार्ग पर गंदे व बदबूदार पानी का जल जमाव बना हुआ है। स्कूली बच्चों को उक्त गंदे बदबूदार पानी से पढ़ाई लिखाई में परेशानी होती है। बीते 30 दिसंबर को स्कूली बच्चों ने नगर पंचायत प्रशासन से इस समस्या के निदान के लिए मांग करते हुए प्रदर्शन किया था। नगर पंचायत प्रशासन ने बच्चों के इस मांग पर अपनी प्रतिक्रिया करते हुए स्कूल प्रशासन तथा अन्य मोहल्ले के प्रदर्शन करने वालों को अतिक्रमण की नोटिस पकड़ा दिया। समस्या आज भी जिंदा है। नगर पंचायत प्रशासन के संवेदनहीनता को लेकर स्कूली बच्चों तथा मोहल्ले के लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
मोहल्ले के मुख्य मार्ग पर पहले से नाला बना हुआ है। उक्त नाला नगर पंचायत प्रशासन की अनदेखी की वजह से मिट्टी से पट चुका है। जल निकासी की व्यवस्था प्रभावित हो गई है। मोहल्ले तथा काली प्रसाद इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य शिवकुमार गुप्ता ने नगर पंचायत प्रशासन को पिछले 10 महीना में कई बार लिखित तौर पर प्रार्थना पत्र देकर समस्या के निदान के लिए गुहार लगाया। अधिशासी अधिकारी तथा नगर पंचायत अध्यक्ष ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं किया। बीते सप्ताह इस समस्या से परेशान स्कूली बच्चों ने तथा मोहल्ले वासियों ने प्रदर्शन किया था। मामले में अधिशासी अधिकारी विजय कुमार सिंह ने दो दिनों में समस्या के निस्तारण के लिए आश्वासन दिया था। स्कूली बच्चों का प्रदर्शन तथा मोहल्ले वासियों का प्रदर्शन नगर पंचायत के अधिकारियों तथा अध्यक्ष को नागवार लग गया। उन्होंने समस्या के निस्तारण के बजाय मोहल्ले वासियों तथा स्कूल प्रशासन को अतिक्रमण हटाने की नोटिस पकड़ा दिया। इस संबंध में केपी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य शिवकुमार ने बताया कि बिना कारण के और बिना अतिक्रमण के ही नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी ने हमारे स्कूल को अतिक्रमण हटाने की नोटिस दिया है यह रवैया गलत है। नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी तथा नगर पंचायत अध्यक्ष मानसिक उत्पीड़न का कार्य कर रहे हैं। यह कार्य निंदनीय है। उक्त मामले में जिलाधिकारी से मिलकर शिकायत किया जाएगा।
इस मामले में अधिशासी अधिकारी विजय सिंह पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अतिक्रमण हटाने की नोटिस दी गई है। कितने लोगों की दी गई है यह याद नहीं है।