हाथ—पैर बंधा अचेतावस्था में गोमती पुल के नीचे मिला छात्र
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घर से विद्यालय के लिये निकला था छात्र, छानबीन में जुटी पुलिस
छात्र के होश में आने पर ही सामने आयेगी सच्चाई: प्रभारी निरीक्षककेराकत, जौनपुर। घर से विद्यालय के लिए निकले छात्र के सिहौली घाट के गोमती पुल के नीचे हाथ पैर और मुंह बंधा बेहोशी की हालात में मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों की मदद से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया जहां स्थिति गंभीर देख चिकित्सकों ने जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया।
गौरतलब है कि ग्राम सरौनी पूरब पट्टी निवासी अशोक चौबे का पुत्र आयुष चौबे पार्वती पब्लिक स्कूल के 12 वीं का छात्र है। रोजाना वह बस से विद्यालय आता जाता है। गुरूवार को उसका प्रैक्टिकल था लेकिन वह विद्यालय नहीं पहुंचा। विद्यालय से नौ बजे फोन गया कि आयुष अभी तक विद्यालय नहीं पहुंचा जिसके बाद घर में खलबली मच गयी। परिजन और रिश्तेदार उसको ढूढ़ने निकले। हर संभावित स्थान पर ढूढ़कर थक गये लेकिन वह नहीं मिला।
दोपहर बाद कुछ लोग शौच के लिए पुल के नीचे गये तो देखा कि एक छात्र स्कूल ड्रेस में वहां पड़ा हुआ है जिसके हाथ पैर और मुंह बंधे हुए है तो लोग शोर मचाने लगे। सूचना मिलने पर पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुये छात्र का बन्धन खोलकर उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया और परिजन भी पहुंचे तो उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया। स्थिति गंभीर देख चिकित्सकों ने उसे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया।
इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक अवनीश राय ने बताया कि छात्र वहां कैसे पहुंचा, कौन लोग थे जो उसे मारपीट कर पुल के नीचे ले गये। हाथ, पैर, मुंह बांध दिया। छात्र के होश में आने पर ही सच्चाई सामने आयेगी।
पुलिस की मानवी संवेदना एवं सक्रियता बनी चर्चा का विषय
घर से विद्यालय के लिए निकले छात्र के सिहौली घाट के गोमती पुल के नीचे बेहोशी की हालात में मिलने की सूचना जैसे ही हेड कांस्टेबल लल्लन खान व कांस्टेबल मिथिलेश राजभर को हुई तो आनन—फानन में मौके पर पहुंचकर छात्र को किसी तरह बाइक पर बैठाकर सामुदायिक केंद्र लाया गया। चिकित्सकों के प्राथमिक उपचार के बाद छात्र की स्थिति नाजुक देख बेहतर उपचार हेतु जिला चिकित्सालय भेज रेफर कर दिया गया। बेहोशी की हालत में छात्र को जिस तत्परता व मानवी संवेदना के साथ हेड कांस्टेबल लल्लन खान व कांस्टेबल मिथिलेश राजभर ने दरियादिली दिखाई उसको लेकर क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग जमकर पुलिस की सराहना कर रहे हैं।
गौरतलब है कि ग्राम सरौनी पूरब पट्टी निवासी अशोक चौबे का पुत्र आयुष चौबे पार्वती पब्लिक स्कूल के 12 वीं का छात्र है। रोजाना वह बस से विद्यालय आता जाता है। गुरूवार को उसका प्रैक्टिकल था लेकिन वह विद्यालय नहीं पहुंचा। विद्यालय से नौ बजे फोन गया कि आयुष अभी तक विद्यालय नहीं पहुंचा जिसके बाद घर में खलबली मच गयी। परिजन और रिश्तेदार उसको ढूढ़ने निकले। हर संभावित स्थान पर ढूढ़कर थक गये लेकिन वह नहीं मिला।
दोपहर बाद कुछ लोग शौच के लिए पुल के नीचे गये तो देखा कि एक छात्र स्कूल ड्रेस में वहां पड़ा हुआ है जिसके हाथ पैर और मुंह बंधे हुए है तो लोग शोर मचाने लगे। सूचना मिलने पर पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुये छात्र का बन्धन खोलकर उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया और परिजन भी पहुंचे तो उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया। स्थिति गंभीर देख चिकित्सकों ने उसे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया।
इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक अवनीश राय ने बताया कि छात्र वहां कैसे पहुंचा, कौन लोग थे जो उसे मारपीट कर पुल के नीचे ले गये। हाथ, पैर, मुंह बांध दिया। छात्र के होश में आने पर ही सच्चाई सामने आयेगी।
पुलिस की मानवी संवेदना एवं सक्रियता बनी चर्चा का विषय
घर से विद्यालय के लिए निकले छात्र के सिहौली घाट के गोमती पुल के नीचे बेहोशी की हालात में मिलने की सूचना जैसे ही हेड कांस्टेबल लल्लन खान व कांस्टेबल मिथिलेश राजभर को हुई तो आनन—फानन में मौके पर पहुंचकर छात्र को किसी तरह बाइक पर बैठाकर सामुदायिक केंद्र लाया गया। चिकित्सकों के प्राथमिक उपचार के बाद छात्र की स्थिति नाजुक देख बेहतर उपचार हेतु जिला चिकित्सालय भेज रेफर कर दिया गया। बेहोशी की हालत में छात्र को जिस तत्परता व मानवी संवेदना के साथ हेड कांस्टेबल लल्लन खान व कांस्टेबल मिथिलेश राजभर ने दरियादिली दिखाई उसको लेकर क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग जमकर पुलिस की सराहना कर रहे हैं।