डिस्लेक्सिया और ADHD से प्रभावित बच्चों की पहचान करेंगे मास्टर ट्रेनर
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सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू
जौनपुर। डिस्लेक्सिया एवं एडीएचडी से प्रभावित बच्चों की पहचान के लिए सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग व बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संयुक्त रूप से ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी के मीटिंग हाल में शुरू किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य 30 से 40 की संख्या में मास्टर ट्रेनर्स तैयार करना है जो ग्रास रूट लेवल पर जाकर डिस्लेक्सिया और ADHD से प्रभावित बच्चों की पहचान करेंगे और उन्हें मुख्य धारा में जोड़ने का प्रयास करेंगे। दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी दिव्या शुक्ला ने बताया कि डिस्लेक्सिया से पीड़ित बच्चो को लिखने और पढ़ने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है, वह शब्दों को गलत पकड़ते है। इस समस्या को दूर करने के लिए मास्टर ट्रेनर रखे गए है। ट्रेनिंग के माध्यम से आई डी टीचर्स उन बच्चों की पहचान करेंगे और समस्या को दूर करने का प्रयास करेंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ गोरखनाथ पटेल ने बताया कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग और बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संयुक्त रूप से यह प्रशिक्षण कार्यक्रम किया जा रहा है जिससे दिव्यांगता से ग्रसित एवं शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों की पहचान कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।