मुंबई में दो नावों में भिड़ंत के चश्मदीद रहे दीवानी के अधिवक्ता,बाल बाल बचे
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पीछे की नाव पर सवार थे अधिवक्ता व अन्य लोग,नौसेना के निर्देश पर लाइफ सपोर्ट जैकेट पहनकर किया गया रवाना
हिमांशु श्रीवास्तव एडवोकेट
जौनपुर । मुंबई बंदरगाह में नियंत्रण खो चौका जहाज एक यात्री नौका से टकरा गया जो बाद में पलट गई जिसमें 13 लोगों की मृत्यु की सूचना मिली है। उस नाव के ठीक पीछे करीब 200 मीटर दूर दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता शिवपूजन मोर्य दूसरी नाव पर सवार थे। उस पर भी कई यात्री थे। उन्होंने व्हाट्सएप पर मैसेज किया और फोन से अधिवक्ताओं को बताया कि वह जौनपुर से मुंबई घूमने गए थे। एलिफेंटा से शाम 5:30 बजे वापसी के समय यह दुर्घटना घटी ।सामने दो नावों की टक्कर से इन लोगों की बोट में बैठे यात्री घबरा गए। चीख पुकार मच गई। नौसेना वालों के निर्देश पर अधिवक्ता व अन्य यात्रियों को लाइफ सपोर्ट जैकेट देकर पहनाने के बाद नौका को गेटवे ऑफ इंडिया के लिए रवाना किया गया ।अधिवक्ता ने बताया कि जो नौका पलटी थी उसमें कई यात्रियों की मौत हो गई। अपनी आंखों के सामने यह मंजर देखकर वह कांप उठे। जब वह एलिफेंटा घूमने गए तो उनके भाई ने 10 -15 मिनट और घूमने के लिए कहा और वह रुक गए अन्यथा वह भी इस वोट में सवार रहते जिस नौका की दुर्घटना हुई।