व्योम को कस्टडी में लेने के लिए दादा पवन करेंगे गार्जियन एंड वार्ड्स एक्ट के तहत मुकदमा
हिमांशु श्रीवास्तव एडवोकेट
जौनपुर । इंजीनियर अतुल के बेटे व्योम को कस्टडी में लेने के लिए और उसकी देखभाल व संरक्षण के लिए समस्तीपुर जिला न्यायालय में भी मुकदमा करने की बात अतुल के पिता पवन ने जागरण को बताया। कहा कि वैनी थाने पर बच्चे की कस्टडी के लिए उसकी दादी ने जीरो एफआईआर दर्ज कराया है। सुप्रीम कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका बच्चे के बरामदगी के लिए दाखिल किया गया है जिसमें तीन राज्यों को सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस दिया है।जनवरी के प्रथम सप्ताह में अगली सुनवाई के लिए तारीख लगी है। अब वह समस्तीपुर के जिला न्यायालय में बच्चे की कस्टडी के लिए मुकदमा दाखिल करेंगे। इस संबंध में अधिवक्ता से बात हो चुकी है। यह मुकदमा निकिता के खिलाफ दाखिल होगा।
सुसाइड नोट में अतुल ने लिखा था, बेटा तुम एक ने एक दिन मुझे जरूर समझोगे
जौनपुर -बेटे के जन्मदिन पर गिफ्ट लेकर कोर्ट पहुंचा था अतुल लेकिन बेटे को देखने को तरस गया
जौनपुर- अतुल ने सुसाइड करने के पहले अपने सुसाइड नोट में अपने बेटे व्योम के लिए लिखा था कि बेटा एक ने एक दिन तुम मुझे जरूर समझोगे। यह लोग तुम्हारा भी बस इस्तेमाल ही कर रहे हैं।मुझे तुमसे मिलने तक नहीं दिया जाता। बस तुम्हारी एवज में मुझेसे पैसे ऐंठते रहते हैं।अतुल ने सुसाइड नोट में अपील किया कि उसके मरने के बाद बेटे व्योम की कस्टडी उसके माता-पिता को दे दी जाए। अतुल ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि जब वह अपने बेटे के जन्मदिन पर तारीख पर कोर्ट में गिफ्ट लेकर पहुंचा था तो उसे उसके बेटे से मिलने नहीं दिया गया।बच्चा जब एक साल का था ।तब से उसने उसे देखा था। 3 साल से उसके बच्चे को उससे मिलने नहीं दिया जा रहा था। वह अपने बेटे को देखने के लिए तरस रहा था।कोर्ट में भी मिलने की गुजारिश की थी।