मीटर रीडर आनलाइन फ्राड का हुआ शिकार
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किसान सम्मान निधि के लिये गलत लिंक पर किया था क्लिक
ठगों ने छः बार में लगभग 60 हजार का लगा दिया चूनाखेतासराय, जौनपुर। तेजी से बढ़ रहे तकनीकी के दौर में ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार होने से बच पाना बमुश्किल है। इसके लिए सरकार समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास करती रहती है। बावजूद साइबर ठगों ने उसको भी भेदकर लोगों को शिकार बनाकर चूना लगा दे रहे है। भुक्तभोगी बैंक, पुलिस और साइबर सेल का चक्कर काट रहे है। ऐसा ही मामला खेतासराय के सोंधी मोहल्ला निवासी गुलाब चन्द्र के साथ हुआ।
मालूम हो कि उक्त मोहल्ला निवासी गुलाब चन्द्र पुत्र भरत पेशे से बिजली बिल मीटर रीडर है। भुक्तभोगी के मुताबिक 3 दिसम्बर को मोबाइल पर एक लिंक आया, लिंक पर क्लिक करते ही किसान सम्मान निधि के केवाईसी अपडेट कराने को कहा गया। भुक्तभोगी अपडेट कराने के लिए दुकान पर पहुंचा जहां सब कुछ सही बताया गया। इतने में 3 दिसम्बर के ही शाम अचानक उसके मोबाइल से नेटवर्क गायब हो गया। अगले दिन यानी 4 दिसम्बर को सिम सम्बंधित ऑफिस पर नेटवर्क गायब होने की समस्या लेकर पहुँचा तो बोला गया कि आधार केंद्र से अपना फिंगर अपडेट कराओ तब सिम चालू होगा। भुक्तभोगी अपने सिम का फिंगर प्रिंट कराया और ऑफिस चला गया। इतने में भुक्तभोगी का व्हाट्सएप हैक हो गया।
शक होने पर उसने बैंक के सम्बंधित शाखा में गया और खाते से पैसा कटने की शंका जाहिर किया। भुक्तभोगी के अनुसार इतने में इसके खाते से 10,000, 9999, 9999, 9999, 9999, 9999 करके लगभग 60 हज़ार रुपये कट गया। इतना ही नहीं, बल्कि भुक्तभोगी के सम्बंधित लोगों को भी व्हाट्सएप पर मैसेज भेजा जा रहा है। परेशान मीटर रीडर भुक्तभोगी ने 1930 पर घटना की सूचना देते हुए स्थानीय पुलिस को लिखित सूचना दिया है। साथ में साइबर सेल में भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराकर न्याय की गुहार लगाया है।
मालूम हो कि उक्त मोहल्ला निवासी गुलाब चन्द्र पुत्र भरत पेशे से बिजली बिल मीटर रीडर है। भुक्तभोगी के मुताबिक 3 दिसम्बर को मोबाइल पर एक लिंक आया, लिंक पर क्लिक करते ही किसान सम्मान निधि के केवाईसी अपडेट कराने को कहा गया। भुक्तभोगी अपडेट कराने के लिए दुकान पर पहुंचा जहां सब कुछ सही बताया गया। इतने में 3 दिसम्बर के ही शाम अचानक उसके मोबाइल से नेटवर्क गायब हो गया। अगले दिन यानी 4 दिसम्बर को सिम सम्बंधित ऑफिस पर नेटवर्क गायब होने की समस्या लेकर पहुँचा तो बोला गया कि आधार केंद्र से अपना फिंगर अपडेट कराओ तब सिम चालू होगा। भुक्तभोगी अपने सिम का फिंगर प्रिंट कराया और ऑफिस चला गया। इतने में भुक्तभोगी का व्हाट्सएप हैक हो गया।
शक होने पर उसने बैंक के सम्बंधित शाखा में गया और खाते से पैसा कटने की शंका जाहिर किया। भुक्तभोगी के अनुसार इतने में इसके खाते से 10,000, 9999, 9999, 9999, 9999, 9999 करके लगभग 60 हज़ार रुपये कट गया। इतना ही नहीं, बल्कि भुक्तभोगी के सम्बंधित लोगों को भी व्हाट्सएप पर मैसेज भेजा जा रहा है। परेशान मीटर रीडर भुक्तभोगी ने 1930 पर घटना की सूचना देते हुए स्थानीय पुलिस को लिखित सूचना दिया है। साथ में साइबर सेल में भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराकर न्याय की गुहार लगाया है।