अनुराग हत्याकांड: पुलिस की कार्यशैली पर सवाल, मानवाधिकार आयोग में जांच की मांग
घटना से 24 घंटे पहले से थानाप्रभारी समेत सभी पुलिस कर्मियों की कॉल डिटेल की हो जांच
जौनपुर। गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कबीरूद्दीनपुर गांव में 17 वर्षीय ताइक्वांडो खिलाड़ी अनुराग यादव की निर्मम हत्या के बाद परिवार द्वारा पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। परिवार ने हाईकोर्ट के अधिवक्ता डॉ. गजेंद्र सिंह यादव के माध्यम से उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें पुलिस अधिकारियों की लापरवाही की जांच की मांग की गई है।
शिकायत में परिवार का आरोप है कि अनुराग की हत्या से पहले कई बार पुलिस को शिकायतें दी गईं, लेकिन पुलिस ने आरोपी पक्ष पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, बल्कि उनके प्रति नरमी बरती। परिवार का यह भी कहना है कि आरोपी पक्ष द्वारा धमकी दिए जाने और हिंसक गतिविधियों की सूचना भी पुलिस को दी गई थी, लेकिन हर बार उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया।
परिवार ने आयोग से अनुरोध किया है कि घटना से पहले के 24 घंटों में थाना प्रभारी और अन्य पुलिस अधिकारियों की कॉल डिटेल की जांच की जाए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि क्या आरोपी पहले से ही पुलिस अधिकारियों के संपर्क में थे। साथ ही यह मांग भी की गई है कि मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए घटना के दिन तैनात सभी पुलिसकर्मियों का तत्काल थाने से स्थानांतरण किया जाए।
इस शिकायत ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, और यह मामला अब मानवाधिकार आयोग के समक्ष है। आयोग से अपेक्षा की जा रही है कि वह मामले की निष्पक्षता बनाए रखते हुए उचित कार्रवाई सुनिश्चित करेगा।