हिंदुत्व चेतना: योगी के मूल मन्त्र को विपक्षी दलों ने राजनीतिक पाले में खींचा
-योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद अल्प संख्यकों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में एकजुट हुए हिंदुओं की नज़ीर को अपने वक्तव्य में शामिल करके सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण का काम किया तो वह मूल मन्त्र बन गया l
-हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हुई हार का प्रमुख कारण योगी के मूल मन्त्र को मानकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी विस उपचुनाव में नारा दिया- सपा से जुड़ेंगे तो जीतेंगे,इसके जवाब में बसपा प्रमुख मायावती का आया नारा- बीएसपी से जुड़ेंगे तो आगे बढ़ेंगेl
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-कैलाश सिंह-
राजनीतिक संपादक
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वाराणसी/लखनऊ, (तहलका विशेष)l दो माह पूर्व यानी पांच अगस्त को बांग्लादेश में हुए तख्ता पलट के बाद वहां खुद पर हो रहे अत्याचार के विरोध में हिन्दू एकजुट हुए तो वहाँ की कथित सलाहकार समिति वाली सरकार को झुकना पड़ा, हालांकि अत्याचार रूका नहीं, बल्कि उसकी रफ़्तार कम हो गई और तरीके बदल गएl ठीक उसी वक़्त गोरक्ष पीठाधीश्वर एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वक्तव्य 'एक रहो, नेक रहो, सुरक्षित रहो, बंटोगे तो कटोगे'l यह वाक्य सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण और हिंदुत्व को झंकृत करते हुए उनके लिए 'मूल मंत्र बन गया'l
भारतीय जनता पार्टी ने इस मूल मन्त्र को थोड़ा परिस्कृत करके इस नारा का इस्तेमाल हरियाणा विधानसभा चुनाव में किया और जीत हासिल करके वहां सरकार बना ली l विपक्षी दलों को इसका महत्व और चुनाव में मारक क्षमता तब समझ में आई जब अमेरिका में पांच नवम्बर को हो रहे राष्ट्रपति पद के चुनाव में प्रत्याशी और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हिन्दू वोटरों को रिझाने के लिए किया l उन्होंने कहा कि यदि मुझे जीत मिली तो अमेरिका, भारत समेत दुनिया के सभी देशों में रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा की जाएगी l
दरअसल देश के दो राज्यों महाराष्ट्र और झारखंड में इसी महीने विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और प्रत्याशियों के टिकट के साथ प्रचार भी जोर पकड़ने लगा हैl इसी के साथ यूपी की नौ विधानसभा सीटों पर उप चुनाव में भाजपा और सपा ने सीधी टक्कर मानते हुए ताकत झोंक दी l सपा प्रमुख अखिलेश यादव को लगा कि योगी का दिया नारा ही हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत और कांग्रेस की हार का प्रमुख कारण बना, लिहाजा उन्होंने यूपी की नौ सीटों के लिए हो रहे उप चुनाव में इसका तोड़ निकाला और स्लोगन दिया- 'सपा से जुड़ेंगे तो जीतेंगे'l इस स्लोगन के पोस्टरवार में बदलते ही बसपा सुप्रीमों मायावती भी मैदान में आ गईंl उन्होंने नारा दिया कि 'सपा, भाजपा से दूर रहेंगे तो बचे रहेंगे, बीएसपी से जुड़ेंगे तो बचे रहेंगे'l
दूसरी तरफ महाराष्ट्र और झारखंड में योगी आदित्यनाथ का वह मूल मन्त्र जो राजनीतिक फ़लक पर नारा बनकर गूंज रहा है वह चुनावी महाभारत में श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र सरीखा नज़र आने लगा है l इसके चलते जातिवाद गर्त में जा रहा है और हिन्दू वोटरों की पूछ बढ़ती जा रही है l उन्हें लुभाने के लिए विपक्षी दलों द्वारा दिए जा रहे स्लोगन ही जातिवाद पर भारी पड़ रहे हैं l विपक्षी दलों को लग रहा है कि जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं यदि वहां योगी आदित्यनाथ पहुँच गए तो अपने मूल मन्त्र को नारा बनाकर जरूर पेश करेंगे जो हिन्दू एकता को बल देने के साथ वोटरों की धारणा भी बदल देगा l इसीलिए 'स्लोगन पोस्टर वार' छिड़ गया हैl राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए योगी का दिया नारा मुख्य अस्त्र बन जाएगा जिसकी काट ढूंढने में विपक्षी पार्टियों को अभी से पसीने आ रहे हैं जिसका प्रमुख कारण है उनकी जातिवादी तुष्टिकरण नीति l