हिन्दू-मुस्लिम ने मिलकर कराया रामलीला, दी गयी पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव को श्रध्दाजंलि
मालूम हो कि शाहगंज थाना क्षेत्र के सबरहद गांव के निवासी पेशे से पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की बीते 13 मई को बदमाशों ने गांव की सरहद पर गोली मारकर हत्या कर दिया था। आशुतोष के भाई संतोष श्रीवास्तव ने गांव के नासिर जमाल, उसके ममेरे भाई अर्फी समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। आशुतोष पत्रकार के साथ गांव के रामलीला कमेटी के अध्यक्ष भी थे। उनकी हत्या के बाद रामलीला को लेकर काफी खिंचतान मचा हुआ था मुस्लिम बाहुल्य गांव होने के कारण तमाम चर्चाएं हो रही थी लेकिन आशुतोष के करीबी मुस्लिम मित्रों ने इसकी पहल करते हुए रामलीला के मंचन को इस बार उनको श्रध्दाजंलि देने के लिए और जोरदार तरीके से करने के लिए रणनीति बनायी।
रामलीला कमेटी का अध्यक्ष आशुतोष के भाई संतोष को बनाया गया उसके बाद 14 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक रामलीला का मंचन किया गया। इस पूरे कार्यक्रम में आशुतोष के करीब दोस्त पूर्व प्रधान राशिद अनवर, शाहिद खान, शकील अहमद नदीम अहमद समेत भारी संख्या में हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भागीदारी की ।
संतोष श्रीवास्तव ने बताया कि भाई की हत्या के बाद हम लोग काफी टूट चुके थे समझ में नही आ रहा था कि इस बार रामलीला कैसे होगा लेकिन भाई के सहयोगी मुस्लिम समुदाय के लोगो ने ही मुझे हौसला दिया जिसके कारण पूरे शान से एक सप्ताह तक रामलीला का मंचन हुआ। विजय दशमी का मेला लगा और भरत मिलाप भी परम्परागत तरीके से सम्पन्न हुआ। मेरे गांव की जनता के साथ तहसील और पुलिस प्रशासन का भरपूर सहयोग मिला।