वाराणसी में जौनपुर के दस शिक्षक किये गए सम्मानित
"अविन्या" चतुर्थ राज्य स्तरीय कार्यशाला का हुआ भव्य आयोजन।
बेसिक शिक्षा विभाग, वाराणसी और एडुस्टफ समूह का निपुण भारत मिशन हेतु संयुक्त प्रयास
जौनपुर। बेसिक शिक्षा विभाग वाराणसी और एडुस्टफ उत्तर प्रदेश समूह द्वारा निपुण भारत मिशन अंतर्गत शिक्षकों के नवाचारी प्रयास विषयक चतुर्थ राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन सनबीम वरुणा स्कूल में आयोजित किया गया ।उक्त कार्यक्रम में प्रदेश भर के 150 से अधिक शिक्षक और शिक्षिकायें शामिल रहीं जिसमें राष्ट्रपति और राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त शिक्षक ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प विशिष्ट अतिथि श्री अखिलेश चंद्र श्रीवास्तव द्वारा पुष्प अर्पित करते हुए तत्पश्चात् वंदना से किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, वाराणसी डॉ अरविंद कुमार पाठक व विशिष्ट अतिथि अपर पुलिस आयुक्त वाराणसी कमिश्नरेट ममता रानी चौधरी और खण्ड शिक्षा अधिकारी नगर स्कन्द गुप्ता शामिल रहे।
मुख्य अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अपने उद्बोधन में निपुण भारत अंतर्गत शिक्षा और तकनीकी की भूमिका पर बोलते हुए कार्यशाला के सभी शिक्षकों को संबोधित करते हुए बताया कि छात्रों को तकनीकी के माध्यम से उनकी आवश्यकता के अनुसार शिक्षा दी जा सकती हैं इसके साथ ही उन्होंने निपुण भारत मिशन के उद्देश्यों और लक्ष्य के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
खंड शिक्षा अधिकारी, वाराणसी ने कहा कि शिक्षक स्वयं अपडेटेड रहें और तत्पश्चात कक्षा में पढ़ाए। सबसे ज़रूरी है छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा देना। उन्होंने एडुस्टफ उत्तर प्रदेश समूह की संयोजक प्रीति श्रीवास्तव के नवाचार की तारीफ करते हुए स्त्री शिक्षा पर ज़ोर दिया।
ए०डी०सी०पी० वाराणसी ममता रानी चौधरी ने बोलते हुए कहा हम सब की प्रशासनिक जिम्मेदारी के तहत सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी भी है कि हमारे संरक्षण में अगर कोई बच्ची आती है तो सबसे पहले उसे संरक्षण दी जाय।
मिशन शक्ति के अंतर्गत उन्होंने बताया हमें बच्चों को गंभीरता पूर्वक सुनना और समझना ,पॉक्सो एक्ट ,समानता के अधिकार के बारे में शिक्षकों को बताया।
इसके पश्चात सबसे अपर पुलिस उपायुक्त सुश्री ममता रानी शर्मा पॉक्सो एक्ट के विषय में और शिक्षकों इस विषय पर संवेदनशील रूप से छात्रों को गाइड करने को कहा।
'एडुस्टफ़ एक यात्रा' पी०पी०टी० किरन ज़ैहरा रिज़वी रायबरेली द्वारा प्रस्तुत किया गया। स्वागत गीत टीम एडुस्टफ़ से ऋतु श्रीवास्तव, ज्योति श्रीवास्तव, सरोज भारती, महिमा द्वारा प्रस्तुत किया गया। स्वरचित निपुण गीत आशीष कुमार श्रीवास्तव जनपद-जौनपुर के शिक्षक द्वारा प्रस्तुत किया गया। डॉ अखिलेश चंद्र श्रीवास्तव, श्रीमती प्रीति श्रीवास्तव,डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ,यामिनी सिंह, सन्ध्या सिंह,ज्योति श्रीवास्तव, रीतिका सिंह ,रेखा यादव, पूनम मिश्रा,सविता मौर्या इत्यादि को उत्कृष्ट कार्यों हेतु सम्मानित किया गया।
प्रदेश भर से आये अनेक शिक्षकों में से एक नेशनल अवॉर्डी तथा 11 राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों ने अपनी पीपीटी आधारित प्रस्तुति के माध्यम से अपने अपने जनपदों में किये जा रहे नवाचारों से सभी को अवगत कराया।जिसमें श्री प्रकाश पाठक अयोध्या, रामशरण शाक्य कन्नौज,अर्चिता सिंह गाजीपुर और रविकांत द्विवेदी मिर्जापुर,श्रवण कुमार गुप्ता वाराणसी ने अपनी प्रस्तुति पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में 150 से अधिक शिक्षक और शिक्षिकाओं को निपुण भारत अंतर्गत किये जा रहे नवाचारी शिक्षण के लिए बेसिक शिक्षा विभाग, वाराणसी और एडुस्टफ समूह ,उत्तर प्रदेश द्वारा अंग वस्त्र, प्रशस्ति पत्र व मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में एडुस्टफ़ उत्तर प्रदेश की संस्थापिका व कार्यक्रम संयोजिका प्रीति श्रीवास्तव ने अविन्या कार्यक्रम के बारे में बताया कि यह एडुस्टफ़ की चतुर्थ राज्य स्तरीय कार्यशाला है जिसका मुख्य उद्देश्य शिक्षकों के अभिनव प्रयास को छात्रों तक पहुंचाना है। एडुस्टफ़ की पहुंच न सिर्फ़ राज्य स्तर तक है वरन् यह अपने उत्कृष्ट प्रयासों से राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गया है। एडुस्टफ़ के अद्यतन कार्य शिक्षा के साथ - साथ ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं एवं बच्चियों का सशक्तिकरण और उनके स्वास्थ्य का भी ध्यान दिया जाता है। एडुस्टफ़ की टैगलाइन ही है - "शिक्षा से संस्कार तक। छात्रों को शिक्षित करने के साथ - साथ संस्कार भी देना है"।
अंत में कार्यक्रम आ ने आए हुए सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया, संचालन श्रीमती रेनू, महिमा ने संयुक्त रूप से किया।