हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी वेतन जारी न करना पूर्णतया अमानवीय कार्य है - रमेश सिंह
ज्ञापन देने के पूर्व उपस्थित जन समूह को सम्बोधित करते हुये प्रदेश संरक्षक रमेश सिंह ने तदर्थ शिक्षको के वेतन जैसे ज्वलंत मुद्दे पर बताया कि सन् 2000 के पूर्व नियुक्त तदर्थ शिक्षको जो लगभग 25 वर्षो से सेवा कर रहे हैं उ0प्र0 सरकार द्वारा 9 नवम्बर 2023 को वेतन रोक दिया गया। मा0 उच्चन्यायालय तथा सर्वोच्च न्यायालय के बाद भी उनका वेतन जारी नहीं किया जा रहा हैै। जो पूर्णतया अमानवीय कार्य है।
सन् 2005 के बाद नियुक्त शिक्षको को शासन द्वारा एन0पी0एस0 लागू किया गया। वर्तमान में उसे यू0पी0एस0 में परिवर्तित किया जा रहा है जो शिक्षको के लिए अहितकारी है। उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षक संघ इसका विरोध करता है तथा हर कीमत पर ओ0पी0एस0 लागू करने की पुरजोर मांग करता है तथा इसके लिए सदैव संघर्षरत रहेगा। प्रदेश उपाध्यक्ष डा0 राकेश सिंह ने अपने उद्बोधन में शिक्षको के सभी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार से हर संघर्ष के लिए शिक्षको को तैयार रहने का आह्वाहन किया।
प्रदेशमंत्री प्रमोद कुमार श्रीवास्तव एवं मण्डलीय अध्यक्ष सरोज कुमार सिंह ने कहा कि बिना संघर्ष के इस सरकार में कुछ भी मिलने वाला नहीं है। जिलाध्यक्ष तेरस यादव, कार्यकारी अध्यक्ष अतुल कुमार सिंह एवं जिलामंत्री ठाकुर प्रसाद तिवारी ने आये हुये सभी शिक्षको का आभार व्यक्त किया और साथ ही हर संघर्ष के लिए तैयार रहने की अपील की।
जनसभा को राजेश कुमार सिंह, पारस नाथ सिंह, सुनील कुमार सिंह, संतोश कुमार सिंह, दयाशंकर यादव, समर बहादुर सिंह, राजेश यादव, रमेश कुमार, अशोक कुमार, सुशील कुमार पाल, सैयद हसन सईद, मो0 आजम खां, ओमकार यादव, रमापति यादव एवं अन्य शिक्षकों ने भी सम्बोधित किया।