एडूलीडर्स यूपी अवार्ड से सम्मानित होंगे 75 जिलों के 87 शिक्षक
-कार्यक्रम में देश भर के 283 शिक्षकों को मिलेगा कर्मयोगी सम्मान
-आरआर ग्लोबल व हेमा फाउंडेशन के सहयोग से टीम एडूलीडर्स यूपी द्वारा 16 सितंबर को जिंजर होटल ग्रेटर नोएडा में आयोजित "हेम वैल्यूज कार्यशाला एवं एड़ूलीडर्स सम्मान समारोह" में किया जायेगा सम्मानित
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के परिषदीय शिक्षकों के स्वप्रेरित, ऊर्जावान, टेक्नोसेवी, स्वतः स्फूर्त समूह एडूलीडर्स यूपी द्वारा प्रदेश के सभी 75 जनपदों के 87 उत्कृष्ट शिक्षकों को आर आर एडुलीडर्स यूपी सम्मान प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान शिक्षक दिवस के उपलक्ष में 16 सितंबर को ग्रेटर नोएडा के होटल जिंजर में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में अति विशिष्ट लोगों की उपस्थितियों में प्रदान किया जाएगा ।
एडूलीडर्स यूपी के संस्थापक और राष्ट्रपति पदक प्राप्त शिक्षक डॉ सर्वेष्ट मिश्र ने बताया कि शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में एडूलीडर्स यूपी द्वारा हेमा फाउंडेशन तथा आरआर ग्लोबल मुंबई के सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमें टीम एडूलीडर्स यूपी द्वारा प्रदेश के सभी 75 जनपदों में उल्लेखनीय कार्य कर रहे बेसिक शिक्षा विभाग के 75 और माध्यमिक शिक्षा विभाग के 12 शिक्षको को एडूलीडर्स यूपी अवार्ड और कुल 300 शिक्षकों को एडूलीडर्स कर्मयोगी सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में हेमा फाउंडेशन द्वारा देश भर में मूल्यपरक शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु 300 शिक्षकों की एक हेम वैल्यूज कार्यशाला का भी आयोजन किया गया है। जिसमें शिक्षकों को उनके विद्यालय में नैतिक मूल्य आधारित शिक्षा देने के तौर तरीकों की जानकारी भी दी जाएगी।
जनपद जौनपुर के ब्लॉक बरसठी के अंग्रेजी माध्यम चतुर्भुजपुर प्रथम में कार्यरत प्रभारी प्रधानाध्यापक विनोद कुमार पाण्डेय के उत्कृष्ट कार्यों तथा विद्यालय को एक आदर्श विद्यालय के रूप में स्थापित करने के लिए एडुलीडर व हेमा फाउंडेशन ने इस पुरस्कार हेतु चयनित किया गया ।
विनोद कुमार पाण्डेय ने बताया कि 14 नवंबर सन 2015 के दिन नियुक्ति पत्र लेकर जब प्राथमिक विद्यालय चतुर्भुजपुर प्रथम को खोजते हुए पहुंचा तो देखा कि चूने से रंगा हुआ चकत्तेदार दीवारों वाला तीन कमरों का स्कूल बबूल की झुरमुत्तों से घिरा हुआ है जिसमें मात्र 25 - 30 बच्चों को लेकर एक मैडम बैठी हुई है पूछने पर पता चला कि वही इंचार्ज प्रधान अध्यापिका है मैंने पूछा कि मैडम जी बाकी के अध्यापक और बच्चे कहां हैं तो बोली कि मैं ही अकेले यहां पर हूं और बस इतने बच्चे ही स्कूल आते हैं दो महीने तक मैं विद्यालय और गांव के लोगों का विश्लेषण करने पर पाया कि ग्रामवासियों में विद्यालय के प्रति विश्वास की कमी है और विद्यालय में भी भौतिक संसाधन और अध्यापकों की कमी विद्यालय की भौतिक परिवेश को सुंदर और आकर्षक बनाने तथा ग्रामवासियों का विश्वास जीतने का भगीरथ प्रयास शुरू किया। कुछ कारण से 6 महीने में ही विद्यालय का इंचार्ज भी बना दिया गया जिसे जिम्मेदारी और बढ़ गई। 2 वर्ष के उपरांत ही विद्यालय की शैक्षिक का स्तर और भौतिक परिवेश से प्रभावित होकर खंड शिक्षा अधिकारी महोदय ने विद्यालय को इंग्लिश मीडियम हेतु संस्तुति कर दिया परंतु भागीरथ प्रयास जारी रहा छात्रों को विद्यालय से जोड़े रखने के लिए विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद का भी समुचित व्यवस्था किया। विद्यालय में सामूहिक सहभागिता बढ़ाने के लिए मैंने गांव के बुद्धिजीवियों के साथ संपर्क स्थापित करना शुरू किया उसका फायदा यह हुआ कि सामुदायिक सहभागिता से विद्यालय की व अवस्थापना सुविधाओं एवं परिवेश में सकारात्मक परिवर्तन हुआ। समाजसेवी श्री अशोक सिंह जी द्वारा बेंच मल्टीपल हैंड वॉशिंग की व्यवस्था तथा एक समरसेबल तथा इंडियामार्का हैंडपंप प्रदान किया गया । सामुदायिक सहभागिता के द्वारा विद्यालय में किचन सेड भी लगवाया गया तथा गांव के ही श्री अखिलेश सिंह जी के द्वारा विद्यालय परिसर में मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करवाई गई। विगत 3 वर्षों में विद्यालय का नाम केवल जनपद में ही नही बल्कि प्रदेश में भी अपना विशिष्ट स्थान बनाने में सफल रहा। विद्यालय को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चुने गए 100 उत्कृष्ट विद्यालय की सूची में स्थान प्राप्त हुआ तथा तत्कालीन जिलाधिकारी महोदय द्वारा विद्यालय को एक आदर्श विद्यालय के रूप में सम्मानित किया गया। विद्यालय में आईसीटी उपकरणों का उपयोग करके बच्चों को शिक्षित करने का कार्य किया जाता है। जन सहयोग के माध्यम से ही विद्यालय में स्मार्ट टीवी की स्थापना की गई है ।
उल्लेखनीय है एडूलीडर्स यूपी
प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत स्वप्रेरित, ऊर्जावान, टेक्नोसेवी शिक्षको का एक स्वतःस्फूर्त समूह है जिसका नेतृत्व बस्ती जनपद के राष्ट्रपति पदक प्राप्त शिक्षक डॉ सर्वेष्ट मिश्र करते हैं। एडूलीडर्स यूपी शिक्षको के व्यावसायिक क्षमता वृद्धि, उनके कार्यों को प्रोत्साहन, बच्चो के लर्निंग़ ऑउटकम को सुनिश्चित करने तथा हर वर्ष प्रदेश के सभी 75 जनपदो से शिक्षको को एडूलीडर्स अवार्ड देने का कार्य करता है। यह समूह सभी 75 जनपदों में अपने व्हाट्सप समूहो, फेसबुक कुटुंब पेज, वेबसाइट के माध्यम से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व निपुण भारत मिशन की दक्षताओ को सुनिश्चित करने के लिए ऑनलाइन शैक्षणिक सामग्री निर्माण, निपुण भारत वर्कशीट, ज्ञान गंगा ब्लैकबोर्ड संदेश, संस्कार, बूझ भाई बूझ, बाल सवाल तथा शब्द संग्रह सन्देश प्रेषित करता है। शिक्षकों की क्षमता संवर्धन के लिए समय-समय पर ऑनलाइन वेबिनार, गोष्ठी व सरकार द्वारा समय समय पर संचालित राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय कार्यक्रमो में सहयोगी के रूप में प्रतिभाग करता है। इसी तरह हेमा फाउंडेशन की टीम देश भर के विद्यालयों में बच्चों को नैतिक मूल्यों की शिक्षा देने के लिए विभिन्न प्रकार की सामग्री निर्माण और बच्चों के बीच क्विज आदि प्रतियोगिताएं आयोजित कर एक सार्थक प्रयास कर रही है।