तारीखी जुलूस-ए-चादर व तरही नज्मख्वानी का हुआ आयोजन
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जौनपुर। अन्जुमन रहमानिया कला मोहल्ला अरजन बड़ी मस्जिद शोके ज़ेरे एहतमाम तारीख़ी जुलूस-ए-चादर व तरही नज़्मख्वानी के मुज़ाहिरे का आयोजन हुआ जहां शहर के फनसिपाहगरी के अखाड़े व नात ख़्वां अन्जुमनों ने शिरकत किया। जुलूस को शाही जामा मस्जिद (बड़ी मस्जिद) के पूर्वी गेट पर मरकज़ी सीरत कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अनवारूल हक़, कमालुद्दीन अन्सारी नगर अध्यक्ष समाजवादी पार्टी, क्षेत्रीय सभासद शाहनवाज़ मंज़ूर, अन्सार इदरीसी, अज़ीज़ फरीदी, लल्ला आदि ने हरा झण्डा दिखाकर रवाना किया। जुलूस अपने निर्धारित रास्तों पर चलने लगा जहां अखाड़ा रसूलिया बलुआ घाट कलीम उस्ताद, अखाड़ा रज्जब उस्ताद मार्फत मुख्तार उस्ताद मख़दूम शाह अढ़न अपने फन का मुज़ाहिरा करते हुये ईशा ताज बाबा के रौज़े से होता हुआ खिन्नी बाबा पहुंचकर जलसे में तब्दील हो गया। शहर की अन्जुमनों ने मिसराह तरह "सीरते महबूबे दावर रहनुमा होती गई" पर 18 अन्जुमनों में सारी रात मुक़ाबला हुआ। अतिथियों में मरकज़ी सीरत कमेटी के अध्यक्ष शौकत अली, अब्दुल्ला कलीम एडवोकेट, शाहनवाज़ सभासद, अकरम अन्सारी, निसार राइनी, फिरोज़ अहमद आदि रहे। वहीं मुक़ाबले में अन्जुमन गुलामाने मुस्तफा इन्दिरा मार्केट ओलन्दगंज ने असीम मछलीशहरी का कलाम पढ़कर पहला ईनाम हासिल किया। अन्जुमन हैदरिया मुल्ला टोला ने आफताब जौनपुरी का कलाम पढ़कर दूसरा ईनाम पाया तो तीसरे स्थान पर अन्जुमन इदरीसिया रौज़ा अरज़न, अन्जुमन सुब्हानिया शीराज़े हिन्द दीवान शाह कबीर ताड़तला रहे। कुर्रा अंदाज़ी में तीसरा ईनाम अन्जुमन इदरीसिया रौज़ा अरज़न ने असीम मछलीशहरी का कलाम पढ़कर हासिल किया। चौथा स्थान अन्जुमन सुब्हानिया शीराज़े हिन्द दीवान शाह कबीर ताड़तला ने हासिल किया तो अन्जुमन मोहम्मदिया सिपाह ने अकरम जौनपुरी का कलाम पढ़कर 5वां स्थान पाया। इस अवसर पर क़मर जौनपुरी, गुलरेज़ अहमद, आफताब कुरैशी, शाहिद वसीम, तबरेज़ निज़मी, शमशाद कुरैशी, अदनान सिद्दीकी़, शकील मंसूरी, ताजुद्दीन अन्सारी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन मास्टर शमीम, कमालुद्दीन अंसारी एवं यामीन सिद्दीक़ी ने संयुक्त रूप से किया। अन्त में जनरल सेक्रेटरी वसीम इदरीसी ने समस्त आगंतुकों के प्रति आभार जताया।