डीआईओएस को शिक्षकों की समस्याओं का निदान करना ही पड़ेगा : रमेश सिंह
2000 के पूर्व के तदर्थ शिक्षको का वेतन भुगतान करते हुये 7 अगस्त 1993 के पूर्व के तदर्थ शिक्षकों का वेतन भुगतान अनवरत जारी रखा जाय। इसमें कोई बाधा अगर पैदा की गयी तो संगठन चुप नहीं बैठेगा। साथ ही 2000 के पश्चात नियुक्त तदर्थ शिक्षको को मानदेय हेतु जो शासनादेश जारी हुआ है उसका अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये। एन.पी.एस. के राज्यांश का अन्तरण सुनिश्चित करते हुए 2005 के पश्चात नियुक्त किन्तु पूर्व में विज्ञापित पदो पर चयनित शिक्षको को पुरानी पेंशन का विकल्प पत्र तत्काल भरवाया जाय।
प्रान्तीय उपाध्यक्ष डा. राकेश सिंह ने कहा कि जनपद के शिक्षको/कर्मचारियों का एरियर का भुगतान तत्काल किया जाय तथा चयन/प्रोन्नति वेतनमान एवं मृतक आश्रित प्रकरणों को तत्काल निस्तारित किया जाय।
प्रान्तीय मंत्री डा. प्रमोद श्रीवास्तव ने कहा कि लक्ष्मी नारायण इण्टर कालेज भौरा केराकत का वेतन प्रकरण तत्काल निस्तारित किया जाय। मण्डल अध्यक्ष सरोज कुमार सिंह ने कहा कि यदि इण्टर कालेज भौरा में प्रबन्धकीय उत्पीड़न बन्द नहीं हुआ तो जिला विद्यालय निरिक्षक कार्यालय पर 16 अगस्त से अनवरत धरना दिया जायेगा। जिलाध्यक्ष तेरस यादव धरने की अध्यक्षता करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार को तत्काल बन्द करने की चेतावनी दी।
धरने पर कार्यकारी अध्यक्ष अतुल कुमार सिंह, उदय सिंह, प्रधानाचार्य संतोष कुमार सिंह, अरविन्द सिंह, संतोष सिंह, बृजेश सिंह, दयाशंकर यादव, समर बहादुर सिंह, बद्रीनाथ सिंह, अरुण कुमार यादव, सुधीर त्रिपाठी, सतीश प्रकाश मिश्रा, हृदय नारायण उपाध्याय, सरिता मिश्रा, सीमा राज, गुलाब सिंह, रमेश कुमार, सुशील कुमार पाल, केदारनाथ सिंह, बृजेश कुमार वर्मा, मणि कुमार मिश्रा सहित सैकड़ो शिक्षक उपस्थित रहे। धरने का सफल संचालन ठाकुर प्रसाद तिवारी ने किया।