योगी ने हिंदुत्व और मोदी ने राष्ट्रवाद की कमान सम्भाली
बांग्लादेश के हिंदुओं की एकता को आधार मानकर योगी आदित्यनाथ ने कहा: बंटोगे तो कटोगे, एक रहोगे तो नेक रहोगे l
-भाजपा के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का संदेश: 'हिंदुत्व और राष्ट्रवाद' से दूरी हुई तो सत्ता और संगठन की राह होगी कठिनl
-विपक्षी पार्टियों की विवशता है जातीय मुद्दे पर राजनीति करना, इससे अलग हुए तो उनके अस्तित्व पर खतरा तय ।
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-कैलाश सिंह-
राजनीतिक संपादक
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लखनऊ/नई दिल्ली, (तहलका विशेष)l राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सुझाव पर फिर भारतीय जनता पार्टी चल पड़ी है l पिछले एक दशक में दो चुनाव जीतकर नरेंद्र मोदी फुल बहुमत वाली सरकार चलाए l 2024 के लोकसभा चुनाव से पूर्व भाजपा 'राष्ट्रवाद और हिंदुत्व' से ही दूरी नहीं बनाई, बल्कि संघ को भी नज़रंदाज़ करने का परिणाम लोकसभा में बहुमत से दूर होकर पा गई l हालांकि एनडीए गठबंधन के चलते सत्ता तो मिल गई लेकिन उसके दोनों 'पाए' नीतीश और नायडू की गतिविधियों से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की हार्ट बीट हमेशा बढ़ी रहती है l जबकि चातक पंछी सरीखे विपक्षी इंडिया गठबंधन एनडीए के सहयोगियों की राह 'स्वाति नक्षत्र की बूँद' की तरह ताक रहा हैl इनके भरोसे ही सरकार के गिरने का दिवा स्वप्न विपक्षी पार्टियां देख रही हैं l
संघ के सूत्र बताते हैं कि भाजपा अब फिर वह गलती नहीं दोहराएगी l इसी बात को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी राष्ट्रवाद और विकास को लेकर आगे बढ़ते रहेंगे और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हिंदुत्व के रास्ते पर अपनी रफ्तार तेज़ कर चुके हैं l दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के नजदीक नहीं आएंगी और जातीय राजनीति से दूरी भी नहीं बना सकती हैं l यदि ऐसा किया तो उन पार्टियों के अस्तित्व पर खतरा 'घहरा' जाएगा l
बीते पांच अगस्त को अपदस्थ प्रधान मंत्री शेख हसीना के भारत में शरण लेने के बाद बांग्लादेश के में हिंदुओं को काटने, मारने, जलाने, महिलाओं से रेप और मन्दिरों को मिटाने का सिलसिला तब कम हुआ जब हिन्दू एक होकर विरोध प्रदर्शन किए l वहाँ की अंतरिम सरकार बारूद के ऊपर बैठकर अपने देश के लिए जो फैसले ले रही है उससे उसकी विदेशी कूटनीति 'डिप्लोमेसी' बिगड़ रही है l यहाँ के हिंदुओं पर हो रहे वज्रपात को ही आधार बनाकर उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते सोमवार को श्री कृष्ण की धरती पर अपने भाषण में कहा कि बंटोगे तो कटोगे, एक होगे तो नेक रहोगे l उनके इस भाषण से हिंदुत्व को बल मिलता है और उन्होंने इसी रास्ते से राजनीतिक धार तेज़ कर दी ।
एक अन्य कार्यक्रम में योगी ने कहा कि' श्रीमद् भागवत गीता ही ऐसा धार्मिक ग्रंथ है जो धर्म और कर्म का संदेश एक साथ देता है,जिसका उपदेश कुरु क्षेत्र के मैदान में दोनों तरफ़ की सेनाओं के बीच प्रभु श्री कृष्ण ने दिया थाl उस उपदेश का निहितार्थ यही रहा कि कर्म करने वाला ही धर्म के साथ अपनी रक्षा कर सकता है l किसी समस्या को टालने की बजाय उसका समाधान कर्म के जरिए खोजना संघ की विचारधारा से मेल खाता है ।