इमाम हुसैन अ.स की दयालुता और उदारता हमारे लिए आदर्श है :बेलाल हसनैन
https://www.shirazehind.com/2024/07/blog-post_846.html
जौनपुर।नगर में मुहर्रम की पांचवी तारिख को गूलरघाट स्तिथ क़दीमी इमामबाड़े बड़े इमाम मजलिस को ज़ाकिर ऐ अहलेबैत बेलाल हसनैन ने खेताब करते हुए पैगाम दिया की इमाम हुसैन अ.स और उनके साथी जिन्होंने कर्बला में इमाम हुसैन शहादत दी आज भी हमारे लिए आदर्श हैं , जिनके चरित्र और की हमें प्रशंसा करनी चाहिए और उनके जैसा बनने की आकांक्षा करनी चाहिए। इमाम हुसैन (अ.स )की दयालुता और उदारता का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है की दुश्मन के लश्कर को गर्म रेगिस्तान में जब प्यासा देखा तो उन्हें और उनके जानवरों को भी पानी पिलाया.
कर्बला में इमाम हुसैन (अ स ) का परिवार शहीद होता रहा जवान बेटा मारा गया जवान भाई मारा गया , दोस्त गए ,6 महीने के बेटे अली असगर को भी ज़ालिमों ने शहीद कर दिया लेकिन इमाम हुसैन ने दैर्य का साथ नहीं छोड़ा और ज़ालिम यज़ीद की बादशाहत की नीव को हिलाते हुए ज़ुल्म से लोगों को बचाते हुए शहीद हो गए | हमें कर्बला के सबक को आत्मसात करते हुए अच्छाई की तरफ इंसानियत की तरफ लोगों को बुलाते हुए समाज में बुराइयों के खिलाफ , ज़ुल्म के खिलाफ आतंकवाद के खिलाफ इमाम हुसैन के मिशन को आगे बढ़ाते रहना चाहिए क्यों की यही मार्ग शांति, संतुष्टि, सफलता और मोक्ष का मार्ग है|
जुलुस इमामबाड़ा बड़े इमाम से अंजुमन जाफरी के नेतृत्व में निकल के शाही पुल ,चहारसू , कोतवाली से होता हुआ कल्लू के इमामबाड़े में ख़त्म हुआ आयोजक जीशान हैदर ने आभार प्रकट किया।|