पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव हत्याकांड का मामला पहुंचा मुख्यमंत्री के दरबार, योगी हुए सख्त
शनिवार को गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में लगे जनता दरबार में हत्याकांड के वादी बड़े भाई संतोष श्रीवास्तव पहुंचे। योगी से मिल उन्हें बताया कि वर्ष 2003 में आप ने भी सबरहद गांव स्थित भू- माफिया के विरुद्ध आवाज उठाया था। इस बाबत प्रार्थना पत्र अखबार में छपे समाचार समेत कागजात सौंपा गया। कहा गया कि नासिर जमाल ने रामरथ मार्ग कों अवरुद्ध कर दिया था। उसी ने साजिश रच भाई आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या करा दिया। वह व उसका भाई हत्याकांड में नामजद आरोपित है। अभी भी उसके महल नुमा बंगले में नाला भीटा चारागाह की जमीन कब्जे में है। नामजद नासिर जमाल और उसका भाई अर्फी उर्फ कामरान अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। दोनों की तत्काल गिरफ्तारी और सरकारी सम्पत्ति कों मुक्त कराने की गुहार लगाई गयी। जिस पर मुख्यमंत्री ने न्याय होने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद संतोष कों न्याय की आस जगी है।