पत्रकार आशुतोष के मुख्य हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने के बजाय उनके सहयोगियों के घरो पर धमक रही है पुलिस
file photo ashutosh srivastva |
मालूम हो कि बीते 13 मई को शाहगंज थाना क्षेत्र के सबरहद गांव के निवासी पेशे से पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दिया गया था। दिनदहाड़े हुए पत्रकार के खून से पूरा इलाका दहल गया था। पत्रकार के भाई संतोष श्रीवास्तव ने सबरहद गांव के निवासी व मुंबई के प्रमुख व्यवसायी नासिर जमाल, उसके ममेरे भाई अर्फी पांच लोगो के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने इस मामले में मुख्य शूटर प्रिंस सिंह को एनकाउंटर में ढ़ेर कर दिया तथा तीन आरोपियों को पकड़कर जेल भेज दिया। लेकिन मुख्य अरोपी नासिर जमाल और अर्फी को आज तक पुलिस पकड़ नही पायी है।
आशुतोष के भाई संतोष ने बताया कि पुलिस नामजद आरोपी नासिर जमाल और उसके ममेरे भाई को गिरफ्तार नही कर रही है बल्की आशुतोष के रामलीला कमेटी के सदस्यों के घर पर पुलिस और एसओजी टीम जाकर धमका रही है। इतना ही रोजी रोटी के सिलसिले में विदेश में रह रहे लोगों के पास पुलिस फोन करके पुछताछ कर रही है।
संतोष ने सीधा आरोप लगाया कि पुलिस उन लोगों को टारगेट कर रही जो लोग इस हत्याकाण्ड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर धरना प्रर्दशन में शामिल हो रहे है। उन्होने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री ने थाने में सुनावाई न करने वालों पुलिस कर्मियों के खिलाफ कठोर कदम उठा रहे, माफियाओं के घरों को बुलडोजर से मिट्टी में मिलाया जा रहा है लेकिन मेरे भाई के हत्यारें पर पुलिस मेहरबान हो गयी है। दोनो आरोपी धनाड्य है जिसके प्रभाव में पुलिस गिरफ्तार करने से कतरा रही है।