ट्रक ने बाइक सवार को मारी टक्कर, एक की हुई दर्दनाक मौत
https://www.shirazehind.com/2024/07/blog-post_515.html
एक गम्भीर रूप से घायल, ट्रामा सेण्टर में चल रहा उपचार, स्थिति नाजुक
भीम आर्मी जिलाध्यक्ष ने पीड़ित परिवार से मिलकर हरसम्भव मदद का दिया भरोसाचन्दवक, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के मुर्खा नहर के समीप गुरुवार देर शाम तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। टक्कर में बाइक सवार की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेते हुए थाने ले गयी।
गौरतलब है कि चंदवक थाना क्षेत्र के बजरंगनगर चौकी के मुर्खा गांव निवासी प्रशांत कुमार 24 वर्ष पुत्र छठ्ठू राम गांव के ही रोहन कुमार 16 वर्ष पुत्र शंभूनाथ के साथ बजरंगनगर बाजार से सब्जी लेकर अपने घर वापस आ रहा था। जैसे मुर्खा नहर के समीप आनंद नगर पहुंचा कि आजमगढ़ से तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी जिससे प्रशांत की मौके पर ही मौत हो गयी। वहीं रोहन बुरी तरह से घायल हो गया। टक्कर की आवाज सुन लोगों की भीड़ इकट्ठा होते देख ट्रक चालक मौके से ट्रक लेकर फरार हो गया।
सूचना पर पहुंची पुलिस घायल रोहन को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीरीबारी ले गई जहां चिकित्सकों ने घायल की स्थिति गंभीर देख उसे ट्रामा सेंटर वाराणसी रेफर कर दिया गया जहां उसकी स्थिति गम्भीर बताई जा रही है। तत्पश्चात पुलिस शव को थाने ले आकार शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक अपने पीछे मां, बाप, पत्नी समेत एक पुत्र व एक पुत्री को छोड़ गया। मृतक प्रशांत कुमार घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था। उनके असमय मौत से पूरा परिवार सदमे में है।
बच्चों के सिर से उठा पिता का साया, सभी की नम हुईं आंखें
बच्चों का रोना, महिलाओं का चीखना, गम का माहौल, सांत्वना देने का सिलसिला, दुर्दशाग्रस्त सड़क को कोसते ग्रामीण, पीड़ित परिजनों को संभालते लोग। जी हां, यह सब गुरुवार की देर शाम मुर्खा गांव में देखने को मिला जहां प्रशांत की सड़क दुर्घटना में मौत की खबर मिलने के बाद पत्नी गीता देवी जोर—जोर से चिल्लाकर बेहोश हो जा रही थी। वैसे दुख के इस घड़ी में पड़ोसी उन्हें संभालते हुए आश्वासन दे रहे थे। यह कारुणिक दृश्य देखकर आस—पास की महिलाओं व पुरुषों की भी आंखें नम हो गई। रोती—बिलखती पत्नी गीता देवी के मुंह से सिर्फ यही निकल रहा था कि बच्चों के सर से उठ गया पिता का साया। कौन दोनों बच्चों की परवरिश करेगा? प्रशांत की मौत से उक्त परिवार के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। मृतक अपने पीछे पत्नी के अलावा एक पुत्र शौर्य 1 वर्ष व एक पुत्री दिव्या 3 वर्ष को छोड़ा गया है।
प्रत्येक व्यक्ति मेरे परिवार के समान है: रत्नेश कुमार
मुर्खा गांव में गुरुवार की देर शाम हुए सड़क दुर्घटना की खबर मिलते ही पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंचे भीम आर्मी जिलाध्यक्ष रत्नेश कुमार ने परिवार से मिलकर शोक संवेदना प्रकट किया। साथ ही पीड़ित परिवार के आंसू पोछे और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में भीम आर्मी परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। प्रत्येक व्यक्ति मेरे परिवार के समान है। उनके दुख में शामिल होना मेरा कर्तव्य है। हमारी कहीं भी अगर जरूरत पड़े तो आप लोग बेहिचक बताएंगे। हम पीड़ित परिवार की मदद के लिए हमेशा तैयार रहेंगे।
गौरतलब है कि चंदवक थाना क्षेत्र के बजरंगनगर चौकी के मुर्खा गांव निवासी प्रशांत कुमार 24 वर्ष पुत्र छठ्ठू राम गांव के ही रोहन कुमार 16 वर्ष पुत्र शंभूनाथ के साथ बजरंगनगर बाजार से सब्जी लेकर अपने घर वापस आ रहा था। जैसे मुर्खा नहर के समीप आनंद नगर पहुंचा कि आजमगढ़ से तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी जिससे प्रशांत की मौके पर ही मौत हो गयी। वहीं रोहन बुरी तरह से घायल हो गया। टक्कर की आवाज सुन लोगों की भीड़ इकट्ठा होते देख ट्रक चालक मौके से ट्रक लेकर फरार हो गया।
सूचना पर पहुंची पुलिस घायल रोहन को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीरीबारी ले गई जहां चिकित्सकों ने घायल की स्थिति गंभीर देख उसे ट्रामा सेंटर वाराणसी रेफर कर दिया गया जहां उसकी स्थिति गम्भीर बताई जा रही है। तत्पश्चात पुलिस शव को थाने ले आकार शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक अपने पीछे मां, बाप, पत्नी समेत एक पुत्र व एक पुत्री को छोड़ गया। मृतक प्रशांत कुमार घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था। उनके असमय मौत से पूरा परिवार सदमे में है।
बच्चों के सिर से उठा पिता का साया, सभी की नम हुईं आंखें
बच्चों का रोना, महिलाओं का चीखना, गम का माहौल, सांत्वना देने का सिलसिला, दुर्दशाग्रस्त सड़क को कोसते ग्रामीण, पीड़ित परिजनों को संभालते लोग। जी हां, यह सब गुरुवार की देर शाम मुर्खा गांव में देखने को मिला जहां प्रशांत की सड़क दुर्घटना में मौत की खबर मिलने के बाद पत्नी गीता देवी जोर—जोर से चिल्लाकर बेहोश हो जा रही थी। वैसे दुख के इस घड़ी में पड़ोसी उन्हें संभालते हुए आश्वासन दे रहे थे। यह कारुणिक दृश्य देखकर आस—पास की महिलाओं व पुरुषों की भी आंखें नम हो गई। रोती—बिलखती पत्नी गीता देवी के मुंह से सिर्फ यही निकल रहा था कि बच्चों के सर से उठ गया पिता का साया। कौन दोनों बच्चों की परवरिश करेगा? प्रशांत की मौत से उक्त परिवार के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। मृतक अपने पीछे पत्नी के अलावा एक पुत्र शौर्य 1 वर्ष व एक पुत्री दिव्या 3 वर्ष को छोड़ा गया है।
प्रत्येक व्यक्ति मेरे परिवार के समान है: रत्नेश कुमार
मुर्खा गांव में गुरुवार की देर शाम हुए सड़क दुर्घटना की खबर मिलते ही पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंचे भीम आर्मी जिलाध्यक्ष रत्नेश कुमार ने परिवार से मिलकर शोक संवेदना प्रकट किया। साथ ही पीड़ित परिवार के आंसू पोछे और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में भीम आर्मी परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। प्रत्येक व्यक्ति मेरे परिवार के समान है। उनके दुख में शामिल होना मेरा कर्तव्य है। हमारी कहीं भी अगर जरूरत पड़े तो आप लोग बेहिचक बताएंगे। हम पीड़ित परिवार की मदद के लिए हमेशा तैयार रहेंगे।