राष्ट्र की सुरक्षा में सेंध लगाने करने वाले युवक को यूपी ए टी एस ने किया गिरफ्तार

जौनपुर।  यूपी ए टी एस ने  बक्शा थाना क्षेत्र के दुल्लीपुर गांव में अपने मकान में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित करने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है । पकड़ा गया युवक कई वर्षों से यह अवैध कार्य करके सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगा रहा था। 

 एटीएस उत्तर प्रदेश को विगत कई दिनों से जौनपुर क्षेत्र में इंटरनेशनल गेटवे को बाईपास कर विदेशों (प्रमुखतः मिडिल इस्ट के देशों) से आने वाली अंतर्राष्ट्रीय कॉल्स को अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के माध्यम से लोकल कॉल्स में परिवर्तित करने की सूचना प्राप्त हो रही थी। इंटरनेशनल गेटवे को बाईपास करने के कारण काल करने वालो की पहचान करना सम्भव नहीं होता, जिससे रेडिक्लाइजेशन, हवाला, टेरर फंडिंग सम्बन्धी बातों की सम्भावनाएं बनी रहती है और साथ ही राजस्व की क्षति भी होती है।

सूचना को ग्राउंड एवं इलेक्ट्रानिक्स सर्विलांस के माध्यम से विकसित करते हुए एटीएस की फील्ड इकाई वाराणसी द्वारा जौनपुर के बक्शा थाना क्षेत्र में क्रियाशील अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का चिन्हीकरण कर, कार्यवाही की गयी।

एटीएस उत्तर प्रदेश द्वारा जनपदीय पुलिस के सहयोग से कार्यवाही करते हुए अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालक अभियुक्त अशरफ अली पुत्र स्व० निसार अली  को अवैध सिमबॉक्स एवं उसके सहवर्ती उपकरणों के साथ (डीओटी प्रतिनिधि के समक्ष) आज 10:35 बजे गिरफ्तार किया गया।

उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा जौनपुर के बक्शा थाना क्षेत्र के ग्राम दुल्लीपुर में अपने स्वयं के मकान में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित किया जा रहा था।

प्रारंम्भिक पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया गया कि वह 1997 से 2012 तक मुंबई में रह कर कपड़े की फेरी लगाता था, जहां उसकी मुलाकात भिवंडी मुंबई निवासी जहांगीर से हुई, जिसने अभियुक्त को सऊदी अरब में रहने वाले मो. अली के बारे में जानकारी देते हुए बातचीत शुरू कराई । बातचीत के दौरान मो. अली द्वारा अभियुक्त को सिमबाक्स के धन्धे में होने वाले फायदे के बारे में बता कर कहा गया कि अगर वह तैयार हो तो घर बैठे ही पैसे बना सकता है, इसके लिये तुम्हें इंटरनेट और लैपटॉप व और एक कमरा की व्यवस्था करनी होगी। अभियुक्त को कोरियर के माध्यम से मो. अली द्वारा सिमबाक्स के सम्बन्धित उपकरण उपलब्ध कराये गये एवं एनीडेस्क साफ्टवेयर के माध्यम से कॉनफिगर किया गया। साथ ही गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि मो. अली ने इस धन्धे मे होने वाले फायदे को उसके बैंक खातो में भेजा था। कभी-कभी लोकल व्यक्ति के माध्यम से कैश के रूप में भी पैसे भिजवाये थे। इस तरह माह में लगभग एक लाख रूपये का फायदा हो जाता था।


अभियुक्त अशरफ अली द्वारा सिम बॉक्स पर इंटरनेट के माध्यम से अन्तर्राष्ट्रीय कॉल्स को इंटरनेशनल गेटवे बाईपास कराकर लैंड कराया जाता था, जिससे VoIP (इंटरनेट) कॉल नॉर्मल वायस कॉल्स में परिवर्तित हो जाती है और कॉल प्राप्त करने वाले को कॉल करने वाले व्यक्ति के नम्बर के स्थान पर सिमबॉक्स में लगे सिमकार्ड का नम्बर प्रदर्शित होता है, इससे कॉलर की पहचान स्थापित नहीं हो पाती है।


उपरोक्त कार्यवाही के सम्बन्ध में मु.अ.सं. 231/2024 धारा 219(2)/318(4)/319(2)/61(2) BNS, 4/20/21/25 भारतीय टेलीग्राफ एक्ट 1885 व 3/6 भारतीय वायरलेस एक्ट थाना बक्शा जनपद जौनपुर में अभियोग पंजीकृत कराया गया है। बड़ी संख्या में प्री एक्टीवेटेड सिम देने वाले रिटेलर्स एवं इस गैंग में शामिल अन्य सदस्य भी एटीएस के राडार में है, जिनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।


विवरण गिरफ्तार अभियुक्त -


1-अशरफ अली पुत्र स्व० निसार अली निवासी दुल्लीपुर थाना बक्शा जनपद जौनपुर।


बरामदगी-


सिमबॉक्स


एडाप्टर


4G राउटर


प्री-एक्टिवेटेड सिम


मोबाईल


लैपटॉप



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