ऑनलाइन उपस्थिति शासन का तुगलकी फरमान है : सतेंद्र सिंह
https://www.shirazehind.com/2024/07/blog-post_312.html
जौनपुर । राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जौनपुर प्राथमिक संवर्ग की जनपदीय इकाई द्वारा प्रदेशीय आह्वान पर जिला संयोजक सत्येंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में सैकडों शिक्षक व शिक्षिका की उपस्थिति में ऑन लाइन उपस्थिति के विरोध में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा ।
सहसंयोजक डॉ अभिषेक सिंह ने कहा की महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा 8 जुलाई से पंजीकाओं का डिजिटलाइजेशन / ऑनलाइन उपस्थिति देने का आदेश निर्गत किया गया है जो की तुगलकी फरमान है , विभागीय अधिकारी वातानुकूलित कक्ष में बैठकर बिना जमीनी हकीकत जाने ही इस प्रकार के अव्यवहारिक आदेश करते रहते है । जिसमें आने वाली व्यवहारिक कठिनाइयों को दूर किए बिना उसको लागू करा पाना संभव नहीं है ।
जिला सहसंयोजक केशव सिंह ने कहा की प्रदेश नेतृत्व द्वारा कई बार महानिदेशक स्कूल शिक्षा को ज्ञापन सौंपकर डिजिटलाइजेशन से जुड़ी मौलिक समस्याओं को दूर करने की मांग की गई तथा 14 मार्च 2024 को महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय में धरना भी किया गया था तब महानिदेशक द्वारा संगठन के प्रतिनिधि मंडल को आश्वाशन दिया गया कि डिजिटलाइजेशन से जुड़ी मौलिक समस्याओं के निस्तारण के पश्चात ही इसे लागू किया जाएगा। किंतु मांगे पूरी नहीं की गई,
जिला सहसंयोजक डॉ रत्नेश ने कहा विभागीय अधिकारी दमन पूर्वक डिजिटलाइजेशन / ऑनलाइन उपस्थिति ऑनलाइन व्यवस्था लागू करना चाहते है जिसका संगठन पुरजोर विरोध करता है ।
ब्लॉक अध्यक्ष डॉ अरविंद प्रकाश सिंह शाहगंज, राकेश सिंह खुटहन, राम सिंह यादव महराजगंज ने कहा की महासंघ विभागीय व सामाजिक दायित्वों के प्रति सजग रहकर छात्र हित व शिक्षा हित में इस आदेश का बहिष्कार कर रहा है । जब तक जायज मांगें पूरी नहीं हो जाती है तब तक ऑनलाइन उपस्थिति/ डिजिटलाजेशन स्वीकार्य नहीं है,
संगठन मंत्री सुधाकर सिंह शाहगंज , प्रमोद कुमार कोषाध्यक्ष ने कहा की प्रमुख समस्याओं का समाधान किए बिना ही विभागीय अधिकारियों द्वारा भय का वातावरण बनाकर डिजिटलाइजेशन/ऑनलाइन उपस्थिति (फेस रिकग्निशन) की व्यवस्था केवल बेसिक शिक्षा विभाग में ही लागू की जा रही है । इससे पूरे प्रदेश का शिक्षक समाज स्वयं को अपमानित एवम ठगा महसूस कर रहा है। शिक्षकों में शासन व विभाग के प्रति व्यापक आक्रोश है ।
शिक्षकों की मुख्य मांगें -
1 अन्य विभागों की भांति हाफ डे लीव दिया जाय
2 राज्य कर्मचारियों की भांति 30 अर्जित अवकाश या महाविद्यालयों के शिक्षकों की भांति पी. एल दिया जाय
3 अन्य विभागों की भांति प्रतिकर अवकाश दिया जाय
4 मौसम की प्रतिकूलता व विभागीय कार्यक्रमों में प्रतिभाग हेतु बेसिक शिक्षा अधिकारी को ऑन लाइन उपस्थिति में शिथिलता का अधिकार दिया जाय
5 सर्वर क्रैश होने पर वैकल्पिक व्यवस्था का सपष्ट दिशा निर्देश जारी किया जाय ।।
6 भेदभाव पूर्ण व शोषणकारी ऑनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था को समाप्त कर अन्य विभागों की भांति उपस्थिति ली जाय ।
ज्ञापन सौंपने वालों में अमरेंद्र सिंह , डॉ सतीश सिंह, डॉ सुरेश मौर्य , दिनेश कुमार सिंह , जितेंद्र बहादुर सिंह,
विनय मिश्रा,
अब्बास काजमी,
शुभम सिंह,
प्रेम प्रकाश यादव,
सुधाकर सिंह,
दिनेश सिंह,
अनिल यादव,
हेमेंदु प्रकाश सिंह,
शोभनाथ सिंह,
अभिषेक उपाध्याय,
अतुल दुबे,
शुभम श्रीवास्तव,
सुरेंद्र सिंह संरक्षक,
प्रमोद कुमार,
राकेश मिश्रा,
आशुतोष सिंह
कंचन यादव,
रेनू गुप्ता ,
रश्मि अस्थाना,
नीतू सिंह,
आदि सैकड़ों शिक्षक,शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।