गुरुदेव तुम्हारा अभिनंदन महादेव तुम्हारा है वंदन...
https://www.shirazehind.com/2024/07/blog-post_280.html
गुरू पूर्णिमा पर विशेष.
''गुरु वंदना''
गुरुदेव तुम्हारा अभिनंदन
महादेव तुम्हारा है वंदन।
तुम मेरी आंखों का तारा हो
मेरे जीवन का सहारा हो
मेरी सूनी अंखियों का पानी हो
गुरुदेव बड़े तुम ज्ञानी हो।
गुरुदेव तुम्हारा अभिनंदन
महादेव तुम्हारा है वंदन।
मैं तेरे चरणों की दासी हूं
और तेरे प्यार की प्यासी हूं
तुम ने मुझ पर उपकार किया
मेरे जीवन की नैया पार किया
गुरुदेव तुम्हारा अभिनंदन
महादेव तुम्हारा है वंदन।
गुरुदेव सुगंधित चंदन हो
चरणों में तेरे मेरा वंदन हो
मैं हरदम धरती ध्यान तेरा
गुरुदेव करो उद्दार मेरा।
गुरुदेव तुम्हारा अभिनंदन
महादेव तुम्हारा है वंदन।
मैं दीन हूं तुम हो दयालु प्रभु
तुम तो हो बड़े ही कृपालु प्रभु
जो तुमने मुझको शरण दिया
वो बहुत बड़ा उपकार किया।
गुरुदेव तुम्हारा अभिनंदन
महादेव तुम्हारा है वंदन।
तुम चंदन हो मैं पानी प्रभु
मीठी है तुम्हारी वाणी प्रभु
तुमने इस अधम को तारा है
मृत जीवन को तू संवारा है
गुरुदेव तुम्हारा अभिनंदन
महादेव तुम्हारा है वंदन।
तुम दीपक हो मैं बाती प्रभु
तुम ही जीवन के साथी प्रभु
तुझ बिन जीवन अंधियारा है
मेरा कोई नहीं सहारा है।
गुरुदेव तुम्हारा अभिनंदन
महादेव तुम्हारा है वंदन।
मेरा जीवन तुझको अर्पण है
मेरा सब कुछ तुझको समर्पण है
तुझ बिन मेरा कोई मोल नहीं
जीवन का कोई रोल नहीं
गुरुदेव तुम्हारा अभिनंदन
महादेव तुम्हारा है वंदन।"
संजुला सिंह 'संजू'
जमशेदपुर