जलालपुर में लेखपाल पर घूस मांगने का आरोप
जलालपुर, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के नहोरा गांव के हल्का लेखपाल अश्विनी श्रीवास्तव पर 5 हजार रूपया घूस मांगने का आरोप है। आरोप यह भी है कि घूस न देने पर पीड़ित के विरूद्ध गलत रिपोर्ट लगाकर सुलझे जमीनी विवाद को फिर से उलझा देंगे। पीड़ित ने शुक्रवार को जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर लेखपाल के विरुद्ध कार्यवाही की मांग किया।
लेखपाल पर घूस मांगने का आरोप नहोरा गांव निवासी भोलानाथ यादव ने लगाया है जिनके अनुसार 21 वर्ष पूर्व आपसी बंटवारे में मिले मेरे हिस्से की खेत को हमारे पट्टीदार ने जबरन जोत लिया। पारिवारिक बंटवारा में विपक्षी का जितना हिस्सा बनता है, सम्पूर्ण हिस्सा पर वह पहले से बुआई-जुताई कर रहे हैं लेकिन जबरन हमारे हिस्से की खेत को जोत लिये थे। इसके बाद मैंने थाना समाधान दिवस सहित अन्य जगहों पर प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगायी। थाना समाधान दिवस के प्रार्थना पत्र में हल्का लेखपाल अश्विनी श्रीवास्तव द्वारा रिपोर्ट लगायी गयी कि दोनों पक्ष को यह बताया गया कि पूर्व में हुये आपसी बंटवारे के आधार पर दोनों पक्ष खेतों में बुआई-जुताई करेंगे। फाट बंटवारा के बाद ही खेत का स्थान परिवर्तित किया जायेगा। इस रिपोर्ट के बाद दोनों पक्षों में बीते 21 दिसम्बर को थाने पर सुलह-समझौता हुआ जिस पर मुझे मेरा खेत मिल गया। मैंने अपने खेत में बुआई-जुताई भी कर लिया।
मेरे खेत का विवाद पूरी तरह से सुलझ गया था लेकिन विवाद सुलझाने के नाम पर हल्का लेखपाल अश्विनी श्रीवास्तव ने मुझसे 5 हजार रूपये की मांग की। लेखपाल की मांग पूरा नहीं किया तो मुझे सबक सिखाने के लिये दोनों पक्षों में विवाद सुलझाने के करीब 3 महीना बाद बीते 22 मार्च को पुनः विवाद उलझने के लिये गलत रिपोर्ट यह लगा दी गयी कि उक्त खेत में विपक्षी ने बुआई किया है। लेखपाल ने चालाकी से रिपोर्ट में यह बात छिपा दिया कि विपक्षी ने उस समय जबरन मेरे खेत को जोत लिया था और सुलह-समझौते के बाद मुझे मेरा खेत वापस दे दिया गया है। लेखपाल की उक्त रिपोर्ट को लेकर विपक्षी उदयभान अब फिर से मुझे मेरे खेत में बुआई-जुताई नहीं करने दे रहे हैं जिससे मैं काफी परेशान हो गया हूँ। सारे झगड़े का जड़ हल्का लेखपाल ही हैं जिसके कारण मैंने लेखपाल के विरुद्ध जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया। इस सम्बन्ध में पूछे जाने पर लेखपाल अश्विनी श्रीवास्तव ने बताया कि मेरे ऊपर लगाये जा रहे आरोप बिल्कुल गलत है। मेरे द्वारा रूपयों की मांग नहीं की गयी है।