पच्चीसवीं वर्षगांठ पर विद्यर्थियों ने किया गुरुजनों का सम्मान
1999 - 2000 बैच के विद्यार्थियों ने अपने यादों को पुनः अनुभूति किया और यहाँ के शिक्षकों द्वारा कठोर अनुशासन, उत्तम शिक्षण, स्नेहात्मक व्यवहार और निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा को अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया। कुछ छात्रों ने अपने अनुभवों को बताते हुए कहा कि उस समय के कठोर अनुशासन और प्राप्त ज्ञान के कारण ही अपने दायित्वों का पूर्ण समर्पण के साथ निर्वहन कर रहे हैं। शिक्षक शिक्षा विभाग के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है कि समस्त छात्र छात्रा प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर समर बहादुर सिंह ने शुभकामना प्रदान करते हुए कहा कि जीवन में सदैव कर्तव्यनिष्ठ होकर अपने दयित्यों का निर्वहन करें।
वी.ब.सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय डीन प्रो. अजय कुमार दुबे ने अपनी शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि यह विभाग के लिए भी अत्यंत हृदय को आह्लादित करने वाला पल है कि 25 वर्षो बाद भी गुरुजनों से मिलने हृदय के भावों को प्रेषित करने और सम्मानित करने के लिए विभिन्न प्रदेशों से आकर अपने शिक्षण के 25वें वर्ष को यादगार बना दिया। प्रोफेसर दुबे ने छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जीवन के पथ पर निरंतर अग्रसर होते हुए आप सभी जहां भी रहे टी डी कालेज का नाम रोशन करते रहें।
प्रो. जय प्रकाश सिंह, प्रो.विनय कुमार सिंह, प्रो. श्रद्धा सिंह, डॉ प्रशान्त कुमार पांडेय, डॉ. सीमांत कुमार राय एवं डॉ वैभव सिंह भी सभी को अपने आशीर्वचनो से अभिसिंचित किया।
सम्मान समारोह में 1999 बैच के डॉ. जय प्रकाश सिंह, डॉ सुनीता गुप्ता, डॉ उषा सिंह, डॉआभा आर्या, डॉ उषा श्रीवास्तव, डॉ मनोज सिंह, डॉ राकेश सिंह, श्री प्रकाश सिंह ने अपने प्रशिक्षण के समय के यादों को एक दूसरे से शेयर किया और कहा कि हम लोग विभिन्न महाविद्यालयों में अध्ययन किये किंतु यहाँ का अनुशासन और शिक्षण आज भी स्मृतियों में बना हुआ है।
डॉ जय प्रकाश सिंह ने सम्मान समारोह का संचालन एवं आभार डॉ. उषा सिंह ने व्यक्त किया।