नये भाजपा अध्यक्ष के चयन पर संघ व हाई कमान में घमासान
यूपी में भाजपा की हार का ठीकरा सीएम योगी आदित्यनाथ पर नहीं फोड़ पाने वाला हाई कमान खुद की गलती मानने को तैयार नहीं, अब यूपी को ही दो या तीन खण्ड में करने की तैयारी की चर्चा आम होने लगी है l
-लोकसभा चुनाव प्रदेश सरकार से आमजन की नाराजगी तलाशने के साथ योगी तेवर में दिखाने लगे ऐक्सन, नौकरशाही में हड़कम्प, मन्त्री भी अधूरे काम पूरे करने में जुटे, जनमानस में बढ़ी उत्सुकता l
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कैलाश सिंह/अशोक सिंह
नई दिल्ली/लखनऊ(तहलका एक्कलूसिव)l केन्द्र में एनडीए की सरकार बन गई लेकिन भाजपा संसदीय दल की बैठक अभी तक नहीं होने को राजनीतिक विश्लेषक देश की आजादी के बाद लोकतन्त्र में किसी पार्टी के लिए पहली घटना मान रहे हैं, वहीं संघ (आर एस एस)और पार्टी हाई कमान के बीच भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन को लेकर घमासान बढ़ता जा रहा हैl दूसरी तरफ़ 18 वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत के लिए इंडिया गठबन्धन जहाँ सरकार की हर चाल का जवाब देने को तैयार है वहीं पार्टी सूत्रों की मानें तो भाजपा हाई कमान अपनी हार के मूल कारणों ' गैर भाजपाई प्रत्याशी' थोपने को मानने की बजाय केन्द्र सरकार के जरिए सबसे बड़े सूबे यूपी को दो या तीन खण्ड में करने का मंसूबा बनाए हुए है l ताकि जातिवार हिसाब से गणित बैठाकर योगी को एक खण्ड में समेटकर बाकी में अपने चहेतों को बैठा दिया जाए, इससे सांप भी मर जाएगा और लाठी भी नहीं टूटेगीl यह चर्चा दिल्ली से यूपी तक आम आम हो चली हैl
इससे अलग यूपी के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ ने केन्द्र में सरकार गठन के साथ ही अपनी सरकार की कमियों को खोजने और उसपर कारवाई एक साथ शुरू कर दिए l उन्होंने 2017 से पहले से जमीं और पूर्ववर्ती सरकारों की संस्कृति से लबरेज नौकरशाही को का जाल भी तोड़ना शुरू कर दिया l उनकी निजी टीम लगातार ग्राउंड रिपोर्ट दे रही है l वह भ्रष्टाचार के खात्मे के साथ किसानों और शहरी विद्युत उपभोक्ताओं को आपूर्ति और बिल में राहत देने को सम्बन्धित मामले में ऊर्जा मन्त्री को भी मैदान में उतार दिए हैंl
पेपर लीक मामले में तो सीधा साल्वर गैंग के साथ पेपर छापने व वितरण करने वाली एजेंसियों के साथ जिलों के डीएम यानी क्लास वन- टू अफ़सरों को जिम्मेदार बना दिया हैl अब पेपर लीक जैसी घटना हुई तो अफ़सरों की नौकरी और बाकी के घरों पर चलेगा बुलडोजरl जेल और जुर्माना अलग से होगा जो न्यायालय द्वारा तय होगा l
इसी तरह निजी वाहनों में हूटर, फ्लैश लाइट, काली फिल्में उतारने में लगी पुलिस अब पीड़ितों की शिकायत दर्ज करके कार्यवाही करने में हीलाहवाली करेगी तो एसपी से लेकर उपर के अफसर जिम्मेदार माने जाएंगेl अभी हाल ही में महिला पुलिस कर्मी से छेड़खानी के आरोप में एक डीएसपी को पदावनत कर सिपाही बना दिया गयाl यह कारवाई महकमे के लिए नज़ीर भी हो गई l
नमामि गंगे और हर घर जल जैसी योजनाओं पर भी सीएम की भृकुटि तन गई है l केन्द्र और राज्य सरकार की इन संयुक्त योजनाओं में विलम्ब, घटिया निर्माण कार्य, उधेड़ कर छोड़ी गई सड़कों को तुरन्त ठीक करने के आदेश हैं l यह बात मीडिया से खुद नोडल मन्त्री भी कर चुके हैं l नौकरशाही पर जारी कारवाई के साथ अब मन्त्रियों को भी जिम्मेदार बनाया जा रहा है l सूत्र तो यह भी बता रहे हैं कि बड़े नौकरशाहों के साथ मन्त्रियों और माननीयों को भी अपनी सम्पति का ब्योरा देना होगाl यदि ऐसा हुआ प्रदेश के सभी जिलों के माननीय, मन्त्री और नौकरशाह थोक के भाव फंसेंगेl बानगी के तौर पर जौनपुर में ही पूर्ववर्ती कई नौकरशाहों की बेनामी सम्पति यहाँ के कुछ सर्राफा व्यापारी सम्भाले हैं, वहीं कई पूर्व व वर्तमान माननीय जिनके पास बाइक व खेती की ज़मीन नहीं थी वह सैकड़ों एकड़ भूमि और लग्जरी कारों की सीरीज के बेनामी मालिक हैंl इनमें केवल एक पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह बेदाग हैं, वह संघ की शैली में जीवन यापन करते आ रहे हैंl बाकी माननीय में अधिकतर विभिन्न अवैध तरीकों से सम्पति अर्जित किए हैंl