पत्रकार आशुतोष हत्याकाण्ड में एसडीएम ने की कार्रवाई
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अवैध ढंग से दर्ज कराये गये तालाब को किया खारिज
शाहगंज, जौनपुर। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत सबरहद गांव में भू—माफियाओं व लखपालों की मिलीभगत से तालाब भूमि को जामिया मदरसा फारूकी के नाम दर्ज कर लिया गया था। उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार ने इसका संज्ञान ले जांच कराकर इसे खारिज कर दिया। फिलहाल तालाब अब सरकारी सम्पत्ति हो चुका है। एसडीएम ने तहसीलदार आशीष सिंह को 27 जून को उक्त स्थान पर तालाब का बोर्ड लगवाने का निर्देश दिया। वहीं उपजिलाधिकारी ने लेखपाल विकास सिह कुशवाहा के खिलाफ 12 बिन्दु का आरोप पत्र भी दिया है। लेखपाल से जवाब मांगा गया है। उपजिलाधिकारी ने कहा कि मामले को गंभीरता से लिया गया है। जैसे—जैसे गड़बड़ी उजागर हो रही है, कार्रवाई की जा रही है। पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव के आरोपितों की सम्पत्ति की गहन समीक्षा की जा रही है। जहां भी सरकारी भूमि तालाब पर कब्जा पाया गया, सख्त कार्रवाई की जायेगी। मालूम रहे कि 13 मई को सुबह साढ़े नौ बजे सबरहद गांव निवासी पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की निर्मम हत्या कर दी गई थी। इसके बाद भाई संतोष श्रीवास्तव की तहरीर पर 4 नामजद समेत 5 अज्ञात बदमाशों पर मामला दर्ज किया गया था।