दशम् अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के प्रोटोकॉल का हुआ शुभारंभ
दीप प्रज्वलन के साथ प्रोटोकॉल का पूर्वाभ्यास कराया गया जिसमें सर्वाइकल और स्पोंडीलाइटिस से संबंधित समस्याओं के समाधान हेतु खड़े होकर किये जाने वाले ग्रीवा चालन, स्कंध चालन ,कटिशक्ति चालन और घुटना चालन का अभ्यास कराया गया।
इसी प्रकार खड़े, बैठकर और लेटकर किये जाने वाले आसनों का अभ्यास कराते हुए उससे होने वाले मनोदैहिक लाभों को बताया गया। जिसमें ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन, दंडासन , उष्ट्रासन, मकरासन , भुजंगासनों सहित अन्य सभी आसनों का अभ्यास कराया गया। प्राणायामों में कपालभाति, अनुलोम-विलोम,शीतली और भ्रामरी तथा उद्गीथ प्राणायामों के साथ ध्यान का अभ्यास कराया गया।अंत में शांति पाठ के साथ जन जन तक योगाभ्यास को पहुंचाने के लिए संकल्प लिया गया।