टीडी कालेज के प्रिंसपल और शिक्षक नेताओं के बीच हुई तीखी झड़प, दोनो तरफ से खिंची तलवारें
उधर शिक्षक नेताओं ने अपने आपको बेकशूर बताते हुए कहा कि प्राचार्य कालेज में तानाशाही रवैया अपना रहे है। वे खुद कुटरचित दस्तावेजों के बल पर यह पद हासिल किया है जब हम लोग इसकी शिकायत विश्वविद्यालय से लेकर शासन तक किया तो वे बैखलाकर हम लोगो के खिलाफ आये दिन कोई न कोई आरोप लगाते रहते है।
प्रिंसपल और शिक्षक नेताओं के बीच हुए बवाल का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
तिलकधारी सिंह पोस्ट ग्रेजुएट कालेज के शिक्षक व पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष राहुल सिंह, पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार सिंह अपने संगठन के अन्य पदाधिकारियों के साथ बायोमैट्रिक अटेडेंस, शिक्षको के प्रमोशन व अन्य समस्याओं को लेकर कालेज के प्राचार्य डा0 आलोक कुमार सिंह के पास गये हुए थे। शिक्षक नेता एक टाईम बायोमेक्ट्रिक अटेंडेंस लेने की मांग किया तो प्राचार्य ने शासनादेश का हवाला देते हुए दोनो टाईम अटेडेंस देने की बात कही इसी को लेकर मामला विगड़ गया। शिक्षक नेताओं और प्राचार्य की बीच तिखी झड़प हो गयी। टीचरों के दुव्र्यवहार आहत प्राचार्य ने लाइनबाजार थाने में शिक्षक नेताओं के खिलाफ तहरीर दिया। मंगलवार को प्रिंसपल खुद एसपी डा0 अजयपाल शर्मा से मिलकर अपनी पीड़ा बताया। जिसको पुलिस अधीक्षक ने गम्भीरता से संज्ञान में लेते हुए थानेदारों को आरोपी शिक्षको के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया। उधर प्रिंसपल और शिक्षक नेताओं की बीच हुए विवाद की सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया में तेजी से वायरल होने लगा।
प्राचार्य डा0 आलोक कुमार सिंह ने बताया कि जबसे मैं इस महाविद्यालय का कार्यभार सम्भाला है मै निरंतर पठन पाठन व्यवस्था को सुधारने का प्रयास कर रहा हूं जिसके कारण कुछ शिक्षक हमारे खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ये लोक प्रबंध तंत्र से लेकर शासन तक हमारे खिलाफ शिकायत कर रहे है। शासन के आदेश पर मैने बायोमेक्ट्रिक अटेंडेंस लेना शुरू किया तो ये लोग मेरा विरोध तेज कर दिया है। सोमवार को शिक्षक नेताओं ने मेरे चेम्बर में घुसकर एक टाईम अटेडेंस देने का दबाव बनाया मैने मना कर दिया तो टीचरो ने मेरे साथ दुव्र्यवहार किया। आरोपी शिक्षको के खिलाफ मैने कल ही लाइनबाजार थाने में लिखित तहरीर दिया आज मैने एसपी से मिलकर शिकायत दर्ज करायी है।
उधर आरोपी शिक्षक नेताओं ने प्रिंसपल द्वारा लगाये गये आरोपो को निराधार बताते हुए कहा कि जबसे प्राचार्य डा0 आलोक कुमार सिंह कालेज में आये तबसे हम लोगो के साथ तानाशाही रवैया अपनाये हुए है। पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष व टीडी कालेज के टीचर राहुल सिंह ने कहा कि सोमवार को हम लोग प्राचार्य के पास एक टाइम अटेडेंस देने, शिक्षको के प्रमोशन व अन्य समस्याओं को लेकर गया था। सभी समस्याओं का निराकरण करने से साफ इंकार कर दिया। जिसको लेकर केवल बहस हुआ था हम लोगो ने कोई दुव्र्यवहार नही किया।
शिक्षको ने बताया कि प्राचार्य ने हम लोगो का बायोमेक्ट्रिक अटेंडेंस देने के लिए एक मशीन लगवाया है जिसके कारण हम लोगो को मजदूरो की तरह लाइन लगाकर हाजिरी देनी पड़ती है। प्राचार्य अपने लिए अलग से एक मशीन लगा रखा है।
शिक्षक नेताओं ने कहा कि कल हम लोग भी एसपी से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज करायेगें और इस मामले की एफआइआर दर्ज कराया जायेगा यदि हमारी मांगे नही मानी गयी तो पूरे प्रदेश के शिक्षक टीडी कालेज में डेरा डालकर धरना प्रर्दशन करेगें।
प्रिंसिपल सर के द्वारा बायोमेट्रिक दोनो टाइम लगाए जाने को अगर शिक्षक तानाशाही कहेंगे तो ये उनकी ही मानसिकता बताता है कि शिक्षक एक टाइम बायोमेट्रिक लगाकर दिन भर गायब हो जाएगा विद्यालय से इसी को लेकर प्रिसिपल सिर शिक्षको की नज़र में बुरे बने हुए हैं।।
जवाब देंहटाएंशासनादेश में कहां लिखा है कि दो टाइम शिक्षकों की उपस्थिति होगी यह प्राचार्य की निरंकुशता है
हटाएंमैं स्वयं चौदह वर्षों तक प्राचार्य और निरंतर प्राचार्य परिषद का अध्यक्ष भी रहा हूं। अवर्का प्राप्त शिक्षकों से तो यही सुना है कि यह महोदय घोर अहंकारी और बदमिजाज हैं। सदा ही अमर्यादित आचरण वरिष्ठों से भी करते रहते हैं
हटाएंये शिक्षक नेता विश्व विद्यालय में दिन भर रहते हैं इनसे इनके पेपर का नाम पुछे नहीं आता ऐसे शिक्षकों के प्रति सरकार को एक्शन लेना चाहिए
जवाब देंहटाएंअभी कुछ दिन पहले यही सब विश्व विद्यालय में मार खाये थे फिर वही पेशा है
जवाब देंहटाएंबायोमैट्रिक अटेंडेंस बहुत अच्छी व्यवस्था है लेकिन इसमें सहयोग न करने का कारण समझा जा सकता है
जवाब देंहटाएंकुछ शिक्षकों द्वारा गाली दी जा रही थी कि ये कमाने नहीं देता जैसे कई शुल्क वसूल करके, हमसे २०० ले लिया और दिन भर रहना पड़ता है
जवाब देंहटाएंप्राचार्य किसी को मनमानी नहीं करने दे रहे, अतः
जवाब देंहटाएंअरुण सिंह हरपाल कालेज के साथ भी शुरू में सख्त व्यवहार के कारण ऐसा था , बाद में अरुण जी को नरम होना पड़ा
जवाब देंहटाएंऐसे शिक्षकों पर जांच कमेटी बनाकर सत्य का पता करना चाहिए यदि गलत है तो तत्काल इन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए
जवाब देंहटाएंटीडी कालेज का कालेजों में बहुत सम्मान था व है भी लेकिन इन सब कारनामों से कॉलेज की मर्यादा तार तार होती जा रही है ..ऐसे और कुकृत्य कारनामों से बाबा तिलक धारी की शिक्षा रूपी बगिया आज अपने पर आँशु बहा रही है
जवाब देंहटाएंआलोक सर को मै 15 वर्ष पूर्व से जानता हूँ वे अत्यंत परिश्रमी और सैद्धांतिक व्यक्तित्व के धनी है।
जवाब देंहटाएंयदि किसी भी प्रकार की समस्या थी तो उसकी शिकायत जिला विद्यालय निरीक्षक से करनी चाहिए थी।
आजकल अध्यापक बच्चों को पढ़ाते कम और नेतागिरी ज्यादा करते है।
जवाब देंहटाएंविद्यालय जाना हि न हो और वेतन मिलता रहे।
कुछ अध्यापक तिलकधारी बाबा की बगिया से सब कुछ छीन लेना चाहते है और बदले में कुछ वक्त भी विद्यालय में नहीं रहना चाहते।
जवाब देंहटाएंइस प्रकरण में कुलपति महोदया को विद्यालय अनुशासन को ध्यान में रखते हुए कठोर कार्यवाही करनी चाहिए।
ये अध्यापक जो खुद अनुशासन हीन है वो बच्चों को कौन सा अनुशासन सिखाएंगे?
जवाब देंहटाएंविद्यालय में 100 से अधिक कर्मचारी कार्य करते है और उन्हें कोई परेशानी नहीं है बस मुट्ठी भर लोग अव्यवस्था फैला रहे है।
जवाब देंहटाएंऐसे अध्यापक को तत्काल निलंबित कर देना चाहिए।
जवाब देंहटाएंजो शिक्षक पढ़ाना लिखाना नहीं चाहते वह शिक्षक कहलाने के अधिकारी नहीं है और इन दलालों का जों सहयोग करेगा वह इन सभी में दलाल वह भी कहलायेगा
जवाब देंहटाएंयह झगड़ा क्लास लेने के लिए होता कि मैं पढाऊगा मैं पढाऊगा, ऐसा नहीं है यह बस नहीं पढ़ाने के लिए हों रहा है ऐसे समाज के दुसमन को ईश्वर कभी माफ नहीं करेगा इनको भयावह बिमारी होगी तडफ तडप कर मरेंगे
जवाब देंहटाएंAisey sikchko aur sikchak netao ke khilap kanuni karywahi honi chahiye ...kyuki ye sikchak ke naam per ek kalank hai ...
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