केराकत रेलवे स्टेशन मार्ग पर छुट्टा पशुओं की भरमार, जिम्मेदार बेखबर
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खुले में एक भी गोवंश दिखलायी न देने वाला आदेश हुआ धराशायी
रेलवे स्टेशन, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व ब्लॉक होने से राहगीरों से भरा रहता है मार्गकेराकत, जौनपुर। स्थानीय बाजार में दिनों छुट्टा गोवंशों की भरमार हो गई है। छुट्टा गोवंशों से बाजार आने—जाने वाले राहगीरों को दिक्कतो का सामने करना पड़ रहा है जबकि गोवंशों को पकड़कर गौ आश्रय स्थलों पर रखे जाने के आदेश है, ताकि कोई भी गौवंश खुले में न दिखाई दे लेकिन यहां तो तस्वीर ही कुछ और देखने को मिल रही है। खुले में एक भी गोवंश दिखलाई न देने वाला आदेश केराकत में धराशाई होता हुआ नज़र आ रहा है।
मजे की बात तो यह है कि जिस रोड पर छुट्टा पशुओं का झुंड दिखाई दे रहा है, वह रोड रेलवे स्टेशन जाने के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व क्षेत्र पंचायत कार्यालय भी जोड़ता है, इसलिए रोड पर राहगीरों के साथ साथ अधिकारी कर्मचारी का भी आना जाना लगा रहता है। बावजूद इसके भी घूम रहे छुट्टा पशुओं पर ध्यान आकृष्ट न होना बड़ा सवाल खड़ा करता है?
या यूं कहें कि यहां पर छुट्टा पशुओं की धरपकड़ की सारी कवायद फेल होती हुई नज़र आ रही है। इस रोड पर आसानी रोजाना छुट्टा पशुओं को आते जाते देखा जा सकता है। क्षेत्र से रोजाना सैकड़ों की संख्या में उपचार हेतु मरीज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आते हैं। ऐसे में अगर किसी भी मरीज या राहगीरों के साथ कोई अनहोनी घटती है तो उसका जिम्मेदार आखिर होगा कौन?
मजे की बात तो यह है कि जिस रोड पर छुट्टा पशुओं का झुंड दिखाई दे रहा है, वह रोड रेलवे स्टेशन जाने के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व क्षेत्र पंचायत कार्यालय भी जोड़ता है, इसलिए रोड पर राहगीरों के साथ साथ अधिकारी कर्मचारी का भी आना जाना लगा रहता है। बावजूद इसके भी घूम रहे छुट्टा पशुओं पर ध्यान आकृष्ट न होना बड़ा सवाल खड़ा करता है?
या यूं कहें कि यहां पर छुट्टा पशुओं की धरपकड़ की सारी कवायद फेल होती हुई नज़र आ रही है। इस रोड पर आसानी रोजाना छुट्टा पशुओं को आते जाते देखा जा सकता है। क्षेत्र से रोजाना सैकड़ों की संख्या में उपचार हेतु मरीज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आते हैं। ऐसे में अगर किसी भी मरीज या राहगीरों के साथ कोई अनहोनी घटती है तो उसका जिम्मेदार आखिर होगा कौन?