.. अखिरकार डॉ रमेश चन्द्रा पर शासन की गिरी गाज, हुए सस्पेंड
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पीएचसी पर घायल का मेडिको लीगल के लिए आना पड़ा था राज्यमंत्री को
सीएमओ ने शासन से कार्रवाई के लिए भेजा था संतुति पत्र
यूसुफ खान
खेतासराय(जौनपुर) अपनी कार गुजारी को लेकर अक्सर चर्चाओ में रहने वाले पीएचसी सोंधी के चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर रमेश चंद्रा को घोर लापरवाही के मामले में शासन ने निलंबित कर दिया । उन्हें एडी कार्यालय मेरठ से अटैच कर दिया गया। केंद्र का प्रभार एडिशनल सीएमओ डॉ एके पंत को दिया गया । एक माह पूर्व घायल युवक का उपचार व चिकित्सकीय परीक्षण न होने से नाराज राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव को अस्पताल आना पड़ा था । सीएमओ ने प्रमुख सचिव चिकित्सा बोर्ड को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था ।
दरअसल एक जनवरी को स्टेशन गली में चाय की दुकान चला रहे एक युवक को रात्रि को दबंगों ने हॉकी डंडा से मारपीट कर रक्तरंजित कर दिया था । थाने में आवश्यक कार्यवाही के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचे तो चिकित्सकीय परीक्षण के लिए कोई डॉक्टर नही रहा । सूचना पर पहुँचे राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश यादव नाराज हो उठे । रात में ही सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह पहुँचकर शाहगंज सीएचसी से चिकित्साधिकारी बुलाकर घायल युवक का मेडिकल कराया ।
मंत्री का पारा गरम देख सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह ने जाँच कराया तो वह सोंधी केंद्र के अलावा जिला अस्पताल में भी ड्यूटी से नदारत रहे । उधर प्रभारी डॉ रमेश चन्द्रा खुद को जिला अस्पताल में अंत तक दुहाई देते रहे ।
इस चिकित्सक को पूर्व में तत्कालीन डीएम दिनेश कुमार सिंह, प्रभारी मंत्री समेत खुद राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव कई बार गंभीर शिकायत मिलने पर उन्हें फटकार लगा चुके थे । मंत्री द्वारा उस समय सीएमओ से कड़ी कार्रवाई के निर्देश से ही अंदाजा लगाया जा रहा था कि उक्त चिकित्सक पर गाज गिरनी तय है।
इस सम्बंध में पूछे जाने पर सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह ने बताया इमरजेंसी ड्यूटी से नदारत और पीएचसी पर आकस्मिक चिकित्सकीय व्यवस्था न कराने के प्रकरण पर जाँच में दोषी पाये जाने पर शासन ने कार्यवाही की है ।