निरंकारी सन्त समागम में उमड़ा लाखों का जनसैलाब
https://www.shirazehind.com/2024/01/blog-post_953.html
जौनपुर। “प्रभु परमात्मा को जिस किसी भी नाम से पुकारा जाय परंतु ब्रह्मज्ञान द्वारा इसके दर्शन करने से ही वास्तविक भक्ति का आरंभ होता है|” महाराष्ट्र के 57वें वार्षिक निरंकारी संत समागम के सतगुरु माता सुदीक्षा जी महराज के पावन संदेशों को बताते हुए स्थानीय मीडिया सहायक उदय नारायण जायसवाल ने कहा। साथ ही आगे बताया कि सतगुरु माता जी एवं निरंकारी राजपिता जी के पावन सान्निध्य में नागपुर के मिहान एसईजेड़ इलाके में आयोजित इस 3 दिवसीय सन्त समागम में देश-विदेश से लाखों का जन परिवार सम्मिलित हुआ और सभी ने सतगुरु के दिव्य दर्शन एवं पावन प्रवचनों का आनंद प्राप्त किया। श्री जायसवाल ने बताया कि समागम में सेवादल रैली, निरंकारी प्रदर्शनी आकर्षण का केन्द्र रहा। इसके अतिरिक्त शारीरिक स्वास्थ्य, पर्यावरण संतुलन, युवा एवं महिला सशक्तीकरण की दिशा में मिशन द्वारा किए जा रहे कार्यों को दर्शाने वाली समाज कल्याण प्रदर्शनी को भी जनसाधारण द्वारा सराहा जा रहा है।