जनपद व बिहार के घायलों ने ट्रेन से कूदते देखा था दोनों आतंकियों को
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जौनपुर। श्रमजीवी विस्फोट कांड में विस्फोट वाले डिब्बे में यात्रा कर रहे यहां के घायल यात्री मदन लाल सेठ, गोरखनाथ, बिहार के राम बालक साहनी, रणजीत व राजेश आदि ने हिलाल व रोनी का हुलिया पुलिस को व कोर्ट में अपने बयान मे बताया था तथा बताया था कि बिहार से ट्रेन में चढ़े दोनों आरोपी विस्फोट के दस मिनट पूर्व चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकने का प्रयास किया। उन्हें यात्रियों द्वारा टोका भी गया था। वे काफी घबराए हुए थे। ट्रेन न रुकने पर चलती ट्रेन से दोनों कूद गए थे।
लट्टू की नाव से पार किए सीमा
बांग्लादेश राजशाही में प्लानिंग करने के बाद श्रमजीवी विस्फोट कांड के आतंकी लट्टू की नाव से बिना वीजा पासपोर्ट के पद्मा नदी पारकर भारत की सीमा में घुस आए और पश्चिम बंगाल में नफीकुल विश्वास उनके साथ हो लिया। सभी पटना में खुसरूपुर में पहुंचे।बम बनाने का सामान खरीदा और श्रमजीवी ट्रेन में बम रखकर विस्फोट कराया।