विद्यालय को शिक्षा का मन्दिर मानकर की सेवा
https://www.shirazehind.com/2024/01/blog-post_71.html
बरसठी, जौनपुर। विद्यालय के असहाय स्थिति में सन् 1982 से तेज बहादुर सिंह इण्टर कॉलेज निगोह में कार्यरत रहते हुए ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि जब किसी चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के जाने पर पूरा स्कूल भावुक हो गया हो। यह तस्वीर बरसठी क्षेत्र की उसकी कालेज की है जहां चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रामू मौर्य के सेवानिवृत्ति के मौके पर छात्रों और शिक्षकों ने स्कूल को सजाया और रामू मौर्य पर फूलों की बारिश की लेकिन यहां के प्रबन्धक, प्रधानाचार्य और अध्यापकों का रामू मौर्य के प्रति प्रेम वाकई में चौंकाने वाला है। आज के दौर में कोई अपनों के लिये नहीं रोता लेकिन शिक्षक भावुक हो गये मानो इनका सब कुछ छीन गया हो। रामू मौर्य स्कूल को स्कूल की तरह नहीं शिक्षा का मन्दिर मानकर सेवा की। विदाई की यह तस्वीर यहां के प्रबंधक, प्रधानाचार्य व शिक्षकों के प्रति एक मिसाल की तरह है।इस अवसर प्रबंधक पूर्व ब्लाक प्रमुख देवेंद्र बहादुर सिंह, प्रधानाचार्य उमाशंकर सिंह, वरिष्ठ अध्यापक डॉ. भृगुनाथ सिंह, रमेश सिंह, शिवपूजन उपाध्याय, वित्तविहीन शिक्षक संघ अध्यक्ष विजयनाथ, मोहन, संतोष, बजरंग, अरविंद पांडेय, लालचंद, अरबाब, अमीन, उमेश, वरुण, अंकुर, एजाज, राजेश सहित समस्त छात्र छात्रायें उपस्थित रहे।