पटना की फुलवारी शहीद में आतंकी लेते थे पनाह, अमेरिका के खिलाफ होता था धरना प्रदर्शन
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जौनपुर। श्रमिक विस्फोट कांड की विवेचना के दौरान 22 नवंबर 2005 को विवेचक पटना से 7 किलोमीटर दूर फुलवारी कस्बे में गए। वहां पता चला कि विगत दिनों में कई आतंकवादी गिरफ्तार हुए थे। प्रतिबंधित संगठन सिमी, लश्कर-ए-तैयबा और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों वहां पनाह लेते थे। कस्बे में इमरती सरिया नामक संस्था थी जिसमें शिक्षा के अलावा अनैतिक गतिविधियों आतंकी ओसमा किलदिन के पक्ष में अमेरिका के विरुद्ध धरना प्रदर्शन आदि होता है। फुलवारी शरीफ से संबंधित लोगों में अमेरिकन ट्रेड सेंटर कोलकत्ता का आफताब अंसारी भी रुकता था। उसका संबंध आईएसआई, अलकायदा से रहा।
घायल राजेश व रणजीत के बताने पर विवेचक ने बनाया था आतंकियों का स्केच
जौनपुर श्रमजीवी विस्फोट कांड में घायल राजेश व रणजीत के बताए गए हुलिया के आधार पर संदिग्ध व्यक्तियों का स्केच विवेचक ने बनाया और उसकी फोटो कॉपी अपनी केस डायरी में नत्थी किया। बाद में इन्हीं गवाहों ने कोर्ट में हिलाल व रोनी को देखकर बताया था कि इसी हुलिया व कद काठी के लोग विस्फोट के पूर्व चेन पुलिंग का प्रयास किए थे।