पूरे दिन तनी रही कोहरे की चादर,जलते रहे अलाव
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जौनपुर। बृहस्पतिवार की सुबह से पूरे जनपद में भीषण कुहरा छाया रहा। कुहरे के कारण नाम मात्र की ही दृश्यता बची थी। दृश्यता की कमी का आलम यह था कि लेखक के सामने ही एक बिल्ली पास की गिलहरी को झपट ले चली और गिलहरी बिल्ली को आता देख नहीं पायी। सामान्य दिनों की तरह आज की सुबह चिड़ियों की चहचहाहट बहुत कम थी।सड़कों के किनारे जहां पेड़ थे वहां कुहरे की बूंदों के चूने के चलते सड़क पानी से चिपचिपी हो गई थी। लोग सड़कों पर धीमी गति से अपने वाहनों की लाइट जलाकर चल रहे थे। पिछले दिनों की तरह लोगों को आशा थी कि कोहरे से राहत मिल जायेगी लेकिन कोहरे की चादर ऐसे तनी रही कि पूरे दिन सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। दोपहर में दृश्यता में मामूली सुधार हुआ लेकिन शाम ढलते ही कुहरे ने अपना विकराल रूप धारण कर लिया। हल्की हवा चलने से गलन अत्यधिक बढ़ गई थी।बहुत जरूरी होने पर ही लोग घर से बाहर निकले। मछलीशहर तहसील क्षेत्र की छोटी-बड़ी बाजारों में सड़कों के किनारे फुटपाथ पर बैठकर सब्जी बेचने वालों की संख्या और दिनों की तुलना में कम दिखी और काफी संख्या में शाम होते ही दुकानदार बाजारों में अपने दुकानों का शटर डाउन कर घर चलते बने।
गलन से बचने के लिए घरों और बाजारों में लोगों ने अलाव जला रखे थे,जो पूरे दिन जलते रहे। समोसे पकौड़ी और चाय की दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी रही। स्कूली बच्चे कुहरे और गलन के चलते हांड कपाती ठंड में ठिठुरते हुए स्कूल पहुंचे।