मो. मुस्लिम हीरा के ईसाले सवाब की हुई मजलिस
https://www.shirazehind.com/2023/12/blog-post_85.html
अल्लाह के फरमान पर अमल करने व सच्चों की पैरवी करने से ही निजात हासिल होगी: मौलानाजौनपुर। शुक्रवार को बाद नमाज़े जुमा शिया जामा मस्जिद नवाब बाग़ इन्तेज़ामिया कमेटी के साबिक़ मेम्बर, नेता, सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद मुस्लिम हीरा मरहूम इब्ने मोहम्मद औसजा मारहूम की मजलिसे इसाले सवाब को खिताब करते हुए मौलाना महफूजुल हसन खान इमामे जुमा ने कहा कि अल्लाह के अहकाम पर अमल करना और सच्चों की पैरवी करने से ही निजात हासिल होगी। उन्होंने इमाम जैनुल आबेदीन की तालिमात पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अपने वालिद हज़रत इमाम हुसैन की शहादत की जिन मुसीबतों का मुकाबला करके हज़रत इमाम जैनुल आबेदीन ने इस्लाम की तालिमात को जिस तरह दुनिया तक पहुंचाया, उसकी इतिहास में कोई और मिसाल नहीं मिलती। आखिर में मौलाना महफुज़ुल हसन खान ने हज़रत इमाम जैनुल आबेदीन के मसायब पढ़े जिससे हाज़ेरीन की आंखें अश्कबार हो गई। मजलिस में उपस्थित लोगों का आभार मोहम्मद मुस्लिम हीरा के भाई मोहम्मद बेलाल जानी पत्रकार ने जताया। इस अवसर पर शिया जामा मस्जिद के मुतवल्ली शेख़ अली मंज़र डेज़ी, कौसर बाबा, सैय्यद असलम नक़्वी, मिर्ज़ा कौसर, तहसीन अब्बास सोनी, डा. हाशिम खान, मोहम्मद नासिर रज़ा, सैय्यद नासिर हुसैन एडवोकेट, अहमद, मोहम्मद अबुस, मोती, मोहम्मद हिलाल राजा, नायाब हुसैन जैदी, अनवर हुसैन, शमशीर हसन, रेहान मासूम, अली एहरान, रियान अब्बास, लारैब, अब्बास आदि मौजूद थे।