कृषि जगत में एक नई क्रांति का उद्गम हो रहा है
बड़े प्रक्षेत्र के लिए कम समय में उर्वरकों एवं शाकनासी इत्यादि का छिड़काव आसानी से कर सकते हैं इसमें समय एवं श्रम की बचत होगी कम लागत में अधिक लाभ लिया जा सकता है ड्रोन के माध्यम से फसल मूल्यांकन, भूमि अभिलेख का डिजिटलीकरण एवं रसायनों का फसलों पर उचित मात्रा में प्रयोग कर सकते हैं भविष्य में इसके प्रयोग से आर्थिक लाभ लिया जा सकता है।
कृषि में नवाचार को प्रोत्साहित कर रहे प्रो०(डॉ०) श्रीश कुमार सिंह कृषि अधिष्ठाता एवं विभागाध्यक्ष सस्य विज्ञान विभाग द्वारा छात्रों एवं किसानों को आधुनिक तकनीकी (डॉ०) सी०पी० सिंह, गोपाल स्वरूप पाठक, हरिवंश सिंह एवं वर्षा सिंह (सस्य विज्ञान विभाग) डॉ०हरीबक्स यादव (उद्यान विभाग) डॉ०राजेश कुमार पाल एवं डॉ० मनोज कुमार मौर्या (पशुपालन एवं दुग्ध विज्ञान विभाग) डॉ० मनोज कुमार सिंह (कृषि अनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग) की जानकारी से प्रोत्साहित किया।
कृषि नवाचार एवं नामोन्मेषण के क्रम में तिलकधारी महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ० राघवेंद्र प्रताप सिंह जी के सौजन्य से IFFCO से सहयोग प्राप्त कर महाविद्यालय के कृषि शोध प्रक्षेत्र पर सभी शिक्षकों एवं छात्रों ने नवाचार का लाभ उठाया एवं गौरवान्वित हुए।