कायस्थ पाठशाला का सतत विकास ही मेरा लक्ष्य है- चौधरी राघवेंद्र
के.पी. ट्रस्ट प्रयागराज के सदस्यों की एक बैठक शहर के एक लॉन में, एक स्वर से किया चौधरी राघवेंद्र का समर्थन।
जौनपुर । एशिया के सबसे बड़े ट्रस्ट के.पी. ट्रस्ट प्रयागराज के न्यासियों की पूर्व निर्धारित बैठक शहर के एक लॉन में हुई। आनंद मोहन श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक का संचालन पत्रकार संजय अस्थाना ने किया । अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश महासचिव/ जिलाध्यक्ष जौनपुर कर्मचारी नेता राकेश श्रीवास्तव ने उपस्थित स्वजातीय बंधुओ को संबोधित करते हुए कहा कि हमे गर्व है कि कायस्थ पाठशाला के संस्थापक मुंशी काली प्रसाद जी हमारे जौनपुर के रहे और उन्होंने संगम नगरी प्रयागराज में एक कमरे में अपनी निजी संपत्ति से मात्र सात बच्चो को लेकर जिस के.पी. ट्रस्ट की स्थापना की थी वह आज एक विशाल वट वृक्ष के रूप में एशिया का सबसे बड़ा ट्रस्ट कहा जाता है। चौधरी परिवार ने अपनी करोड़ों की संपत्ति ट्रस्ट को दान कर दिया , चौधरी महावीर प्रसाद, चौधरी नौनिहाल सिंह, चौधरी जितेंद्र नाथ ने अपना सर्वस लगाकर इसे शिक्षा के रूप में अग्रणी बनाया है । जौनपुर के लोग हमेशा से चौधरी परिवार के साथ रहे है। इस चुनाव में भी जौनपुर के साथी आगामी पच्चीस दिसंबर को चौधरी राघवेंद्र नाथ सिंह को अपना मतदान कर विजई बनाने का काम करेंगे । कायस्थ पाठशाला के महामंत्री एस. डी. कौटिल्य ने पाठशाला के बारे में विस्तार से बताया कि पाठशाला की क्या क्या योजनाएं चल रही है आगामी क्या योजनाएं प्रस्तावित है। कायस्थ पाठशाला के अध्यक्ष पद प्रत्याशी चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि हमारे पितामह ने तो उस समय करोड़ों रुपए की संपत्ति पाठशाला को दान कर दी, हम जिस घर में रहते है वह भी हमारा नहीं है पाठशाला का है हम उसे बचाने का काम करते है, उसके संरक्षण व संवर्धन का काम करते है, हमारा प्रयास रहता है कि हम इसका किस तरह विस्तार कर सके और उसका ज्यादा से ज्यादा लाभ कायस्थ समाज को मिल सके। विधवा पेंशन, गरीब बच्चो को छात्रवृत्ति के साथ गरीब कन्याओं के विवाह के साथ कई जनहितकारी योजनाएं पाठशाला द्वारा चलाई जा रही है, हम आपके सहयोग, समर्थन के आकांक्षी है। सरोज श्रीवास्तव, मयंक नारायण, राजेश श्रीवास्तव बच्चा, पूर्व सभासद मनीष श्रीवास्तव, आनंद शंकर श्रीवास्तव शिशु, भाजपा नगर दक्षिणी अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव, पूर्व प्रधानाचार्य प्रमोद श्रीवास्तव आदि ने भी अपने विचार रखते हुए , चौधरी राघवेंद्र को जीताने की अपील की साथ ही मुंशी काली प्रसाद की मूर्ति जौनपुर के किसी चौराहे पर लगवाए जाने की मांग की। इस अवसर पर श्याम रतन श्रीवास्तव, दया शंकर निगम, जय आनंद, अजय आनंद, प्रमोद श्रीवास्तव प्रधानाचार्य, दिनेश श्रीवास्तव, अखिलेश श्रीवास्तव, विपनेश श्रीवास्तव, गौरव श्रीवास्तव, राजेश किशोर श्रीवास्तव, राकेश साधु, राकेश श्रीवास्तव असलहा बाबू, सुरेश अस्थाना, पंकज श्रीवास्तव हैप्पी, शरद श्रीवास्तव, आशीष श्रीवास्तव, राजन स्वरूप वर्मा,मनोज श्रीवास्तव एडवोकेट, एस. सी. लाल, प्रमोद दादा, विनय श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, धीरज श्रीवास्तव, संजीव श्रीवास्तव प्रधानाचार्य, शिवम श्रीवास्तव अंशू, राजेश श्रीवास्तव गुलगुल, शशिराज सिन्हा, विश्व प्रकाश दीपक आदि स्वातीय कायस्थ बंधु उपस्थित रहे।