जानिए क्यों फूटा प्राथमिक शिक्षको का गुस्सा, आंदोलन की चेतावनी
सूचना के बाद भी 5 महीने से विभाग बना रहा मौन
जौनपुर ।उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ का प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष अरविंद शुक्ला के नेतृत्व में ग्राम प्रधानों द्वारा फल वितरण न करने के कारण 85 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का वेतन रोकने पर बीएसए जौनपुर गोरखनाथ पटेल से मिलकर ज्ञापन सौंपा और
शिक्षको की बजाय MDM का वास्तविक संचालन करने वाले ग्राम प्रधानों पर कारवाई की मांग की ।
जिलाध्यक्ष अरविंद शुक्ला ने बताया कि
विगत 5 माह से प्रत्येक माह BEO की समीक्षा बैठक में प्रधानाध्यापकों द्वारा सूचित करने के बावजूद विभाग द्वारा ग्राम प्रधानों के खिलाफ न कोई कारवाई की गई और न फल वितरण कराने का प्रयास ही किया गया, विभाग मौन बना रहा, अब शिक्षको को बलि का बकरा बनाते हुए उनका वेतन अवरुद्ध किया जा रहा है, जो अविधिक और अन्याय है । शिक्षको के असंतोष एवम आक्रोश को देखते हुए संगठन ने निर्णय लिया है कि ग्राम प्रधानों की अनियमितता का दंड यदि शिक्षको को दिया गया और शिक्षको का अवरुद्ध वेतन बहाल नहीं किया जाता तो शिक्षक चुप नही बैठेगा, आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए हम विवश होंगे ।
प्रतिनिधिमंडल के द्वारा बताया गया कि शिक्षक जब MDM संचालन करने वाले ग्राम प्रधान से मेन्यू के अनुसार भोजन बनवाने, फल वितरण और दूध वितरण की बात करते है तो अधिकांश ग्राम प्रधान उल्टा शिक्षक पर ही दबाव बनाते है और उनके साथ मारपीट करते है , और ये सब शिक्षक झेलता है , विभाग भी कही नही खड़ा होता । आज शिक्षक ग्राम प्रधान और विभाग के बीच में पीसा जा रहा है । ऐसी स्थिति में विभाग ग्राम प्रधान या प्रधानाध्यापक किसी एक की जिम्मेदारी तय करें ।
वार्ता में बीएसए जौनपुर डाo गोरखनाथ पटेल जी द्वारा फल वितरण न करने वाले ग्राम प्रधानों की सूची जिलाधिकारी महोदय को करवाई हेतु भेजने एवम प्रधानाध्यापकों के अवरुद्ध वेतन बहाल करने का भरोसा दिलाया ।
प्रतिनिधिमंडल में रवि चांद यादव, लक्ष्मीकांत सिंह, रामदुलार यादव , विष्णु तिवारी, मनोज यादव, सुनील कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे ।
Right
जवाब देंहटाएंRight 👌
जवाब देंहटाएं