मिमिक्री काण्ड से वेस्ट यूपी के जाट इण्डिया गठबंधन से नाराज
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राज्यसभा के सभापति और कद्दावर जाट नेता जगदीश धनखड़ का जिस तरह से तृणमूल कांर्ग्रेस (टीएमसी) के एक सांसद ने लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन के भीतर मजाक उड़ाया और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने उसका हंस-हंस कर वीडियो बनाया, उससे राजस्थान, हरियाणा सहित पश्चिमी, उत्तर प्रदेश के जाट की काफी नाराज है। जाट समाज इसके खिलाफ महापंचायत बुलाकर बड़ा आंदोलन खड़ा कर सकता है। आम चुनाव से कुछ समय पूर्व विपक्ष का इस तरह का रवैया उसके स्वयं के पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है। टीएमसी संसद के मिमिक्री कांड से पश्चिम बंगाल में भले ही ममता बनर्जी की पार्टी को कोई नुकसान नहीं हो लेकिन राहुल गांधी के वीडियो बनाने वाले शर्मनाक कृत्य से राजस्थान, हरियाणा, सहित पश्चिमी, उत्तर प्रदेश की सियासत में बड़ा खेला हो सकता है जिसका इंडिया गठबंधन को बड़ा नुकसान उठाना पड़े तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। वहीं भाजपा मिमिक्री कांड से फायदे में नजर आ रही है।मिमिक्री कांड सामने आते ही बहुजन समाज पार्टी ने तो इस मामले में अपना स्टैंड क्लियर करते हुए इस घटना को दुर्घटना पूर्ण बता दिया है लेकिन इंडिया गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और राष्ट्रीय दल के नेता चौधरी जयंत सिंह की चुप्पी से जाट समाज काफी आहत है। समय रहते इन दोनों नेताओं ने अपना स्टैंड क्लियर नहीं किया तो लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को जाट बाहुल्य पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई सीटों पर बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ सकता है।
दरअसल राज्यसभा सभापति पदेन उपराष्ट्रपति भी होता है। जगदीप धनखड़ पुराने जाट नेता है, उनकी उम्र भी हो चुकी है, नई दिल्ली और आस—पास के क्षेत्र में जाट समाज का बोलबाला है। जाट समाज यूं तो किसी को वोट दे पर समाज के प्रतिष्ठित शख्सियत के अपमान पर एकजुट नजर आता है। वैसे भी एक बुजुर्ग आदमी की बॉडी लैंग्वेज का मजाक बनाना बेहद भद्दा है। उसमें भी अगर यह किसी सांसद द्वारा किया जाय, यह तो वास्तव में भारतीय लोकतंत्र के लिए शर्मिंदगी की बात है।
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने जो किया, वह गलत है परंतु राहुल गांधी ने जो किया, वह बहुत ही अभद्रता की श्रेणी में आ जाता है। राहुल गांधी अगर वीडियो नहीं बनाते तो शायद यह मामला सामने आता नहीं आता, क्योंकि आजकल तमाम दिग्गज हस्तियों की मिमिक्री के बहुत लोग वीडियो बना रहे थे और बहुत लोग देश के तमाम सम्मानित लोगों की बॉडी लैंग्वेज की नकल करके उनका मजाक बनाते रहते हैं। हो सकता है कि संसद में भी यह आए दिन होता हो। कल्याण बनर्जी को कौन जानता है। हो सकता है कि इसके पहले कल्याण बनर्जी पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की भी इस तरह से हंसी उड़ा चुके हो परंतु चूंकि कल्याण बनर्जी को कोई जानता ही नहीं है, इसलिए मामला तूल नहीं पकड़ता। राहुल गांधी विपक्ष के सबसे बड़े दल के सबसे बड़े नेता हैं। इंडिया गठबंधन अगर अस्तित्व में आता है चुनावों में विजयी होता है तो उन्हें पीएम बनते हुए भी हम देख सकते हैं, इसलिए उनका वीडियो बनाना लोगों और उसमें भी खास का जाट समुदाय को बिल्कुल भी नहीं पचेगा। वहीं कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का कहना है कि इसको जाट समुदाय से जोड़कर देखना गलत है।
उधर दिल्ली और उसके आस—पास के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट समुदाय ने भारत के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया है। जगदीप धनखड़ के समर्थन में पालम के प्रधान सुरेंद्र सोलंकी ने कहा इस मुद्दे पर हमने प्रमुख लोगों की मीटिंग बुलाई है। फिलहाल अभी पंचायत नहीं बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि या टीएमसी सांसद माफी मांगे या हम बड़े स्तर पर पंचायत करेंगे और हो सका तो टीएमसी के सांसदों का मकान भी घेरेंगे। सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि उप राष्ट्रपति के आपत्तिजनक हावभाव का प्रदर्शन करने के लिए जिम्मेदार लोगों को जल्द से जल्द माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जाट समाज किसान परिवार का अपमान नहीं सहेगा। राज्यसभा के सभापति का अपमान क्यों किया गया? क्योंकि वह किसान परिवार में जन्मे हैं? मुझे उम्मीद है ममता बनर्जी खुद माफी मांगने के साथ ही अपने सांसदों से माफी मंगवाने का काम करेंगी। इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए थी।