राम भक्त ले चला रे राम की निशानी,शीश पर खड़ाऊ
खुटहन (जौनपुर)19 नवंबर आदर्श रामलीला धर्म मंडल उसरौली शहाबुद्दीनपुर के कलाकारों द्वारा शनिवार की रात अभिनीत की गई रामलीला में पिता राजा दशरथ की अंत्येष्टि के बाद चित्रकूट जाते विह्वल भरत मार्ग में जो भी श्रीराम का पता बताता उसमें उन्हें अपने भैया का स्वरूप दिखने लगता। वो झुककर पैर पकड़ने लगते। चित्रकूट में चारों भाइयों का मिलन देख दर्शक जयकार लगाने लगते हैं। लाख जतन के बाद भी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम अयोध्या वापस लौटने को तैयार नहीं हुए तो भरत ने अयोध्या के सिंहासन के लिए उनकी चरण पादुका मांग लिया। जिसे सिर माथे पर रख अश्रु धारा बहाते हुए गुरु और माताओं के साथ जब भरत वापस अयोध्या लौटने लगते हैं,उनकी दशा देख दर्शकों की आंखें भर आईं। पर्दे के पीछे से राम भक्त ले चला रे राम की निशानी,शीश पर खड़ाऊ अंखियों में पानी, करुण गीत सुन दर्शक सिसकियां लेने लगे। रामलीला में सूर्पणखा का अभिनय करने वाले सांवले शर्मा,हास्य कलाकार राधेश्याम उपाध्याय और अजय महराज के अभिनय को खूब सराहा गया।